लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में 60 हजार 228 करोड़ रूपये की औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में देश के जानेमाने उद्योगपतियों की मौजूदगी में श्री मोदी ने 74 परियोजनाओं की आधारशिला रिमोट का बटन दबाकर किया। इस मौके पर आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला अडानी ग्रुप के संस्थापक एवं चेयरमैन गौतम अडानी एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा लू लू ग्रुप के प्रबंध निदेशक बी आर शेट्टी आईटीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजीव पुरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उत्तर प्रदेश को निवेश के लिए अपार संभावनाओ का क्षेत्र बताया और निवेश की घोषणा की। इससे पहले प्रधानमंत्री का स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साल भेट करके किया जबकि औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने स्वागत भाषण पढ़ा। इन परियोजनाओं के पूरा होने से प्रदेश में दो लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। प्रदेश के 75 जिलों में प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया। पीएम मोदी ने इसके अलावा अडानी पावर 2500 करोड रूपये की लागत से 765 केवी की घाटमपुर-हापुड पारेषण लाइन बिछाने की परियोजना और डिजिटल वालेट के क्षेत्र में देश की जानी मानी पे टीएम 3500 करोड़ रूपये की परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी।
इससे पहले पीएम मोदी 1200 बजे अमौसी हवाईअड्डा पहुंचे जहां उनका स्वागत राज्यपाल रामनाईक, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों ने किया। वहां से पीएम मोदी का काफिला सडक मार्ग से 1218 बजे इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचा। उत्तर प्रदेश मे निवेश को प्रोत्साहन देने की कवायद के तहत योगी सरकार ने फरवरी में पहली बार यूपी इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया था। समिट में देश के कई प्रतिष्ठित उद्योगपतियों ने प्रदेश में निवेश करने के प्रति अपनी दिलचस्पी जाहिर की थी। इस दौरान विभिन्न कारपोरेट समूहों ने प्रदेश सरकार के साथ चार लाख 28 हजार रूपये के मेमोरंडम आफ अंडरस्टैडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये थे। सूत्रों ने बताया कि करार पत्रों के अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में 15.40 प्रतिशत ऊर्जा क्षेत्र में 14.73 आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक निर्माण के क्षेत्र में 10.20 पर्यटन क्षेत्र में 10.10 और नवीकरणीय ऊर्जा में 16.8 प्रतिशत का निवेश किया जाना है।