गोंडा। न्यायपंचायत मझगवा और न्याय पंचायत नगवा की संकुल शिक्षक की मासिक बैठक कंपोजिट विद्यालय पेड़राही और कंपोजिट विद्यालय चेतपुर में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता क्रमशःबजरंग बहादुर सिंह और आरती उपाध्याय ने की।बैठक की शुरुआत खंड शिक्षा अधिकारी वजीरगंज द्वारा माँ सरस्वती के माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन से हुई। कार्यक्रम का संचालन ए आर पी संजय कुमार ने किया। बैठक में दोनों न्याय पंचायत के सभी शिक्षको ने मिशन प्रेरणा के लक्ष्य को प्राप्त करने की अपनी अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत की और शिक्षण कार्य के दौरान आने वाली समस्याओं से भी अवगत कराया। ए आर पी अशोक कुमार मौर्य तथा गंगेश्वर प्रसाद ने आधारशिला, शिक्षक संग्रह, ध्यानाकर्षण, प्रेरणा सूची, प्रेरणा लक्ष्य तथा प्रेरणा तालिका पर विस्तृत चर्चा की । ए आर पी धीरेन्द्र सिंह ने शिक्षक डायरी क्यों और कैसे भरें ।मिशन प्रेरणा के लक्ष्य को कैसे प्राप्त करें। सहज पुस्तिका का प्रयोग, विद्यालय रेडिनेश प्रोग्राम के बारे में बताया। प्राथमिक विद्यालय मिहिया के प्रधानाध्यापक अश्विनी सिंह ने बताया कि उपचारात्मक शिक्षण किस प्रकार बच्चों के अधिगम स्तर को बढ़ाने में उपयोगी है। प्राथमिक विद्यालय मझगवा प्रथम के प्रधानाध्यापक अवध नरेश सिंह ने बताया कि विद्यालय में पुस्तकालय का उपयोग करके हम बच्चो के अधिगम स्तर को किस प्रकार बढ़ा सकते है। कंपोजिट विद्यालय सोहनी के शिक्षक अनिरुद्ध मौर्या ने विज्ञान के प्रयोगों से संबधित छात्रों द्वारा बनाए गए टी एल एम का प्रदर्शन बच्चों से कराया। प्राथमिक विद्यालय पूरे पंवार के प्रधानाध्यापक मोहम्मद आसिफ ने शिक्षक डायरी और पाठ योजना आदि पर अपने विचार रखे। प्राथमिक विद्यालय नगवा प्रथम की प्रधानाध्यापिका पूनम ने बच्चों के नामांकन और ठहराव पर अपने विचार रखे।कंपोजिट विद्यालय चेतपुर के शिक्षक प्रदीप सिंह ने बताया कि इस विद्यालय में दो प्रेरणा साथी बनाए गए है जो प्रतिदिन बड़े ही उत्साह से बच्चों को पढ़ाते हैं जिससे बच्चों के अधिगम स्तर में सुधार हो रहा है। उच्च प्राथमिक विद्यालय लोढियाघाटा के शिक्षक और राज्य पुरस्कार से सम्मानित दयाशंकर प्रजापति ने बताया कि हम किस प्रकार शून्य निवेश नवाचार से टी एल एम का निर्माण करके शिक्षण कार्य को रोचक बना सकते है।अंत में बैठक को संबोधित करते हुए आदरणीय खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि इस समय सभी शिक्षक उपचारात्मक शिक्षण पर ध्यान दें , समृद्ध मॉड्यूल से शिक्षक कार्य करे। प्रिंट रिच मेटेरियल का अधिक से अधिक उपयोग करके शिक्षण कार्य को रोचक बनाए।विभागीय सूचनाओं से अपने को अपडेट रखे तथा समय से सभी सूचनाएं जो विभागीय ग्रुप के माध्यम से मांगी जाती है उनको अपने संकुल के माध्यम से बीआरसी पर पहुंचाना सुनिश्चित करें। ए आर पी अशोक कुमार मौर्य ने बताया कि इस समय विद्यालय रेडिनेश कार्यक्रम के तहत समृद माड्यूल द्वारा उपचारात्मक शिक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। ए आर पी गंगेश्वर प्रसाद ने बताया कि प्रेरणा सूची ,प्रेरणा तालिका, आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका, सहज पुस्तिका आदि का उपयोग हम अपने शिक्षण कार्य में कैसे कर सकते है।बैठक में रश्मि श्रीवास्तव,मुख्तार अहमद, अहसान रसूल, सत्य प्रकाश , मोहम्मद अजमल कौशल किशोर, वर्तिका सिंह , अंतोष गुप्ता, नसरीन बानों रामेश्वर दत्त मिश्रा ,दयाशंकर मिश्रा आदि अनेक शिक्षक/ शिक्षिका उपस्थित रहे।