गोंडा। इटियाथोक ब्लाकक्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय भीखमपुरवा अहिरौलिया में सोमवार को पौधरोपण एवं पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में क्षेत्र के समाजसेवी और हरैयाझूमन ग्राम प्रधान सहजराम तिवारी तथा मुख्य अतिथि के रुप में अहिरौलीया ग्राम प्रधान कुवर साहब तिवारी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष मनोज मिश्रा ने की, जिनके विद्यालय में उक्त कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन कर्मडीह कला प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक सुभाष चंद्र शुक्ला ने किया।
कार्यक्रम के आरंभ में ब्लॉक अध्यक्ष मनोज मिश्रा सहित अन्य शिक्षकों ने मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि का माल्यार्पण कर स्वागत किया। तत्पश्चात मंच से अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि सहजराम तिवारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से तात्पर्य है पर्यावरण की सुरक्षा करना। वृक्ष वनस्पतियों का मानव जीवन में अत्यधिक महत्व है। वे मनुष्य के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। वे मानव जीवन का आधार हैं, परन्तु आज मानव इनके इस महत्व व उपयोग को न समझते हुए इनकी उपेक्षा कर रहा है। गौण लाभों को महत्व देते हुए इनका लगातार दोहन करता चला जा रहा है। जितनी वृक्ष कटते हैं, उतनी लगनी भी चाहिए, परन्तु ऐसा नहीं हो रहा है और इनकी संख्या लगातार घटती जा रही है। परिणामत: अनेकों समस्याएँ मनुष्य के सामने उपस्थित हो रही है। प्राणी अपने जीवन हेतु वनस्पति जगत पर आश्रित है। मनुष्य हवा में उपस्थित ऑक्सीजन को श्वास द्वारा ग्रहण करके जीवित रहता है। पेड़- पौधे ही प्रकाश- संश्लेषण की क्रिया में ऑक्सीजन छोड़ते हैं। इस तरह मनुष्य के जीवन का आधार पेड़- पौधे ही उसे प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त प्राणियों का आहार वनस्पति है। वनस्पति ही प्राणियों को पोषण प्रदान करती है। अतः पर्यावरण संरक्षण बहुत जरुरी है, और भारी मात्रा में पौधरोपण भी अतिआवश्यक है।
कुंवर साहब प्रधान ने कहा कि इन दिनों चारों तरफ भारी संख्या में पेड़ों को काटा जा रहा है। जबकि इनकी तुलना में वृक्षारोपण कम हो रहा है जो अत्यंत दुखद बात है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण सभी को करना चाहिए ताकि पर्यावरण संतुलित रहे और उसका लाभ हमें मिलता रहे। शिक्षक सुभाष चंद्र शुक्ल ने कहा कि अन्य संसाधनों के बगैर हम लोग कुछ दिन रह भी सकते हैं लेकिन पेड़ पौधों के बिना हम एक पल भी नहीं जीवित रह सकते है। क्योंकि हमारे लिए प्राणवायु बहुत जरूरी है जिसको यह पेड़ पौधे ही उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा कि लोग शीशम, सागौन और यूकेलिप्टस आदि इमारती पौधे तो खूब लगा रहे हैं लेकिन आम, नीम, पाकड़, बरगद, पीपल आदि के लाभदायक पौधे कम मात्रा में लगाए जा रहे हैं। जबकि यही बड़े पौधे ही पर्यावरण को संतुलित करने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि नीम, पीपल, आम आदि का पौधा हमारे लिए अनेक प्रकार से उपयोगी है। जो कि हमारी अन्य जरूरतों को भी पूरा करता है और साथ में हमें प्राणवायु ही प्रदान करता है।
शिक्षक मनोज मिश्रा ने कहा कि पौधरोपण करना पूण्य का काम है और पौधे लगाने से हमारा वातावरण शुद्ध होता है। प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पौधरोपण बहुत जरुरी है और यह अभियान मात्र कुछ लोगो के करने से सफल नही होगा बल्कि हम सभी को यह पुनीत कार्य एक साथ मिलकर करना होगा। पेड़ नहीं होंगे तो वातावरण का प्रदूषण सांसों में जहर घोल देगा। पेड़ों के महत्व को समझने और बढ़चढ़ कर पौधरोपण करने की जरूरत है। सभी को हरियाली बढ़ाने के यज्ञ में पौधरोपण की आहूति देनी होगी तभी आने वाली पीढ़ियों के रहने योग्य वातारण धरती पर शेष बचेगा। इन्होंने कहा की पौधे लगाने के साथ साथ उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमे ही निभाना है।
कार्यक्रम के दौरान आगंतुकों ने स्कूली बच्चों को पर्यावरण और वृक्षारोपण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की और बच्चों को प्रेरित करते हुए उनसे कहा कि प्रत्येक बच्चा अपने घर भी वृक्षारोपण अवश्य ही करें, ताकि पर्यावरण को संतुलित किया जा सके।
मंच से उद्बोधन के बाद विद्यालय परिसर में आगंतुकों के द्वारा वृक्षारोपण किया गया, जिसमें आम, नीम, आंवला सहित अन्य पौधे लगाए गए। इसी क्रम में उक्त विद्यालय में नव नामांकित कई बच्चों को बैग वितरित किया गया जिसे पाकर नन्हे मुन्ने बच्चे काफी प्रसन्न दिखाई पड़े।
इस कार्यक्रम के दौरान शिवराज शिक्षण संस्थान के प्रबंधक विजेंद्र तिवारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशुतोष शुक्ला, मंत्री राकेश यादव, श्रवण कुमार वर्मा, मोहम्मद मुगिसुद्दीन, जगत नारायण राजभर, मुनीषा वर्मा, हरीप्रसाद मिश्रा, अशोक मिश्रा, विनोद मिश्रा, जंगली, फखरुद्दीन, एसएमसी अध्यक्ष सदल उपस्थित रहे।