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जिले के कुछ स्कूलों में नहीं वितरित हो रहा मध्यान्ह भोजन

अमित पांडेय
सिंगरोली | सर्व शिक्षा अभियान एवम जन शिक्षा अभियान के तहत जहां सरकार एक एक बच्चे को स्कूल में जोड़ने का कार्य कर रही है कि एक भी बच्चा स्कूल की सारी सुविधाओं से वंचित ना रह जाय उस के प्रयास में लगी है | लेकिन जिले की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है| आपको बता दें सिंगरौली जिले के जुवाड़ी में शासकीय प्राथमिक पाठशाला है | जहां पर बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं मिल रहा वहां के बच्चों के अनुसार सप्ताह में एक एक दिन के अंतराल पर भोजन मिल रहे जनशिक्षक सुरेंद्र तिवारी ने कहा इस प्रकार की बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता | हम देखते हैं वही शंकर कुशवाहा एमडीएम प्रभारी से जब इस बात की जानकारी ली गई कि क्यों ऐसा हो रहा है कि सरकारी स्कूल में मध्यान भोजन बच्चों को नहीं मिल पा रहा | उन्होंने कहा हम इसकी जांच करवाते हैं कि क्या स्थिति है ? उनको समूह वाले का नाम भी नहीं पता और ना ही मोबाइल नंबर बताते चलें कि जुआरी शासकीय प्राथमिक पाठशाला में हर हर महादेव नाम की समूह संस्था है जो स्कूलों में भोजन बनाने एवं भेजने का कार्य करती है और इसके संचालक सालिक दुबे जो जुवाड़ी के ही हैं | कहते फिरते हैं हमारा कुछ नहीं होगा ऐसे ही काम चलेगा | दूसरी ओर मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर शासकीय प्राथमिक पाठशाला सरपतहा जो चितरंगी जनपद पंचायत के अंतर्गत आता है वहां के विद्यालय में भी कमोबेश यही स्थिति है | वहां भी भोजन वितरण नहीं हो रहा | स्कूल में 1 से 5 तक टोटल 62 बच्चे रजिस्टर में दर्ज हैं और इस विद्यालय में केवल दो ही शिक्षक हैं | यहां के प्राचार्य चंद्रिका प्रसाद यादव जो अनुपस्थित मिले मात्र अतिथि शिक्षक कमलाकर यादव चार बच्चों को बैठाकर अध्ययन अध्यापन का कार्य कर रहे थे | स्कूल के शिक्षा की दयनीय हालत इस बात से समझा जा सकता है कि कक्षा 5 की छात्रा राष्ट्रगान को नहीं गा पाई | यहां का विद्यालय काफी खूबसूरत बना है लेकिन विद्यालय में स्कूल का नाम अंकित नहीं है | केवल द्वार पर लगा झंडा ही पाठशाला की लाज बचा रहां था। किस तरह से मुख्यालय से दूर और मुख्यालय में ही स्थित विद्यालयों में शिक्षा से लेकर मध्यान भोजन तक की लचर व्यवस्था चल रही है | लेकिन इस को संज्ञान में लेने वाला कोई अधिकारी नजर नहीं आता | कितनी भी योजना चल जाए लेकिन बच्चों को भोजन और उच्च शिक्षा ना मिले यह अत्यंत सोचनीय है |

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