लखनऊ | उत्तर प्रदेश में अब तीन लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस के तहत स्थापित सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) प्रदेशभर में तीन लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देगा। युवाओं को डिजिटल कैडेट के जरिये रोजगार मिलेगा। यह डिजिटल कैडेट सीएससी की तमाम सेवाओं को लोगों के घरों तक पहुंचाएंगे। कैडेट्स का चयन और रजिस्ट्रेशन होगा। विभिन्न सेवाओं के लिए इन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी। वहीं हर सीएससी पर पांच कैडेट रखे जाएंगे।
घर-घर सर्विस पहुंचाएंगी सीएससी की सेवाएं
सीएससी की सेवाएं लोगों को घर-घर तक पहुंचायी जाएंगी। सीएससी के राज्य प्रमुख अतुलित राय बताते हैं कि डिजिटल कैडेट्स ग्रामीण ई-स्टोर्स, किसान ई-मार्ट जैसी तमाम सेवाओं को घर-घर पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे युवा जो सीएससी के साथ काम करना चाहते हैं, उनको सीएससी की वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण करना होगा। नियुक्ति वीएलई ही करेंगे। सत्यापन के बाद संबंधित सीएससी से जुड़ सकेंगे। इनकी कमाई इनके काम पर निर्भर करेगी। कौशल विकास के लिए इनकी ट्रेनिंग भी होगी।
सीएससी से मिलने वाली सेवाएं
कॉमन सर्विस सेंटर योजना यानी कि सीएससी डिजिटल इंडिया में कई सेवाएं मिलती हैं। इसके जरिये लोग प्रधानमंत्री सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, श्रम योगी मानधन योजना, आयुष्मान योजना व पैन का आवेदन व डुप्लीकेट वोटर कार्ड का काम होता है। इसके साथ ही यहां बिजली बिल जमा करने, रेलवे व हवाई टिकट बनाने, बैंकिंग, बीमा कम्पनियों के प्रीमियम जमा करने समेत कई तरह की सेवाएं मिलती हैं।