मोहनलाल गंज, लखनऊ। मोहनलाल गंज का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अव्यवस्था और अनियमितता की भेंट चढ़ता जा रहा है जिससे चिकित्सा प्रक्रिया ध्वस्त हो गयी है और इसका खामियाजा दूर दराज के गांव से आने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।एक ओर तो प्रदेश व केंद्र सरकार चिकित्सा व्यवस्था को सरल और सुगम बनाने हेतु रोज नई – नई योजनायें बना रही है और सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज के लिए तमाम सुविधाएं प्रदान कर रही है,वही दूसरी ओर मोहनलाल गंज सामुदायिक केंद्र में खुलेआम सरकारी सुविधाओं और सरकारी निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है,यहाँ हर तरफ अव्यस्था नजर आती है ,साफ सफाई के अभाव में जगह -जगह गंदगी नजर आती है,शौचालय भी गंदगी से पटे पड़े है।
दूसरी ओर चिकित्सक भी अपनी मर्जी के हिसाब से आते जाते है सुबह दस बजे तक भी डॉक्टर अपनी सीट पर नही बैठते है जिससे मरीजो को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है,दूर दराज के गाँवो से मरीज सुबह आठ बजे आकर ही लाइन लगा देते है लेकिन डॉक्टर व अन्य स्टाफ का कोई पता ठिकाना नही रहता है जिससे गंभीर मरीज डाक्टर के इन्तिज़ार में तड़पते रहते है कभी कभी तो देर होने की स्थिति में मरीज निराश होकर निजी अस्पतालों में इलाज कराने पहुच जाते है जहाँ बेचारे गरीब मरीज अपनी गाढ़ी कमाई बर्बाद कर देते है कुछ तो कर्ज तक लेने को मजबूर हो जाते है।इस भीषण गर्मी में मरीज अपने परिजनों के साथ घंटो भूखे-प्यासे लाइन में लगे रहते है लेकिन सामुदायिक केंद्र के डॉक्टरों के कान पर जू तक नही रेंगती न ही वो अपने रवैये में कोई सुधार करते है।इसकी शिकायत कई बार क्षेत्रीय लोगो और मरीजो के द्वारा शासन स्तर पर की गई है ,शिकायत होने पर एक दो दिन माहौल सही रहता है उसके बाद फिर वही पुराना रवैया शुरू हो जाता है ,स्थानीय लोगो का कहना है शासन स्तर से जब तक कोई बड़ी कार्यवाही नही होगी तब तक यहाँ इसी तरह सरकारी मंसूबो पर पानी फिरता रहेगा।
मोहम्मद सलीम