लखनऊ। यूपी में प्राइमरी स्कूलों के प्रधानाध्यापक अब अपने स्कूल के बच्चों की पढ़ाई के साथ उनके स्वास्थ्य पर हर पल नजर रखेंगे। राज्य सरकार ने स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए उनके स्कूलों के प्रधानाध्यापक को नोडल अधिकारी बनाने के निर्देश दिए हैं।सरकार की ओर से आदेश राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के गाइडलाइन के आाधार पर जारी किए गए है।शहरसे लेकर ग्रामीण इलाकों तक में डेंगू और चिकनगुनिया जैसे रोगों के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने स्कूलों में भी बच्चों के स्वास्थ्य की सूक्ष्म निगरानी के निर्देश दिए हैं। ऐसे में सभी 1.58 लाख प्राइमरी एवं अपर प्राइमरी प्रधानाध्यापक को निर्देश दिये गये हैं कि बीमार बच्चे की निगरानी करते हुए पास के सीएमसी, पीएचसी या जिला अस्पताल में उसका इलाज कराएं।