अली आबिद ज़ैदी
लखनऊ । थाना हजरतगंज क्षेत्र में 1090 चौराहे पर 8 वर्षीय बालक श्रृतिक पुत्र शाकिर निवासी बालू अड्डा थाना हजरतगंज जनपद लखनऊ का शव मिला था ।मृतक के परिजनों और उसके साथ खेलने वाले बच्चो तथा 1090 चौराहे के दुकानदारों से हुई बातचीत से यह पता चला की कलाम नामक विकलांग व्यक्ति जो 1090 चौराहे पर ही रहता है। मृतक वा उसके साथी बच्चों को वहां खेलने तथा गुब्बारे बेचने से मना करता था तथा मारता पीटता था । गौरतलब बात ये है कि जो व्यक्ति खुद कुदरत की मार से पीड़ित हो वह भला कैसे किसी को मार सकता है। पुलिस भी कलाम को फसा रही है ।पुलिस ने आज शाम दिनांक 08/07/18 को 6 बजे दिलकुशा क्रॉसिंग के पास कलाम को गिरफ्तार किया और पूछताछ में बताया कि दिनांक 07/03/18 की रात में ऋतिक 1090 चौरेह पर गोलंबर में सो रहा था और मैंने उसे वहां से जाने के लिए कहा तो मुझे गाली देने लगा जिस पर दोनों में झड़प हुई। फिर कलाम वहां से चला गया और अगले दिन पता चला की ऋतिक की मृत्यु हो गई है जिसपर कलाम खुद थाने सफाई देने आया जबकि पुलिस का कहना है। हमारी टीम 3 दिन से उसके पीछे पड़ी हुई थी । उसका मोबाइल नंबर बन्द होने कारण से पड़कने में दिक्कत हो रही थी। पर एक पत्रकार ने उसका फोन नंबर तथा लोकेशन के बारे में पूछा तो पुलिस प्रशासन की तरफ से जवाब मिला कि उनके पास नंबर नहीं । यदि पुलिस के पास नंबर था तो उसकी लोकेशन और सीडीआर निकालकर पर्दाफाश करना था जो कि नहीं किया और इस को छुपाया गया। पुलिस इसे झगड़े में हुई हत्या तथा गैर इरदतन हत्या करार दे रही है जबकि फोटो में साफ साफ दिख रहा है । बाकायदा कपड़े का रस्सी बनाया गया और एक दो बार नहीं बल्कि कई बार गले में लपेटा गया और हत्या कर दी गई।पत्रकार की जांच के मुताबिक आरोपी कलाम बाराबंकी में था । मोबाईल की लोकेशन बाराबंकी की है इससे ये साफ साफ साबित होता है कि कलाम बेकसूर है और उसे फसाया जा रहा है । इतना ही नहीं पुलिस उसके मोबाइल लोकेशन की कड़ी को दरकिनार कर रही है। कलाम का समाज सेवक उल्लेख भी सामेन आया है जिसका वाख्यन खुद सरकार कर रही है ।