6 लाख रिक्त पदों को भरने के चुनावीं वायदे को पूरा करे सरकार
लखनऊ। कल गोरखपुर में रोजगार मेला में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा संबोधन में प्रदेश में नौकरी व रोजगार की कमी नहीं होने और डबल इंजन सरकार प्रदेश में हर हाथ को काम हर हाथ को रोजगार के उद्दोष को साकार करने के दावे पर सोशल मीडिया में युवाओं की प्रतिक्रिया से उनकी नाराजगी व आक्रोश का अंदाजा लगाया जा सकता है। संयुक्त युवा मोर्चा के केंद्रीय टीम सदस्य राजेश सचान ने रोजगार को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के दावे को महज बयानबाजी व प्रोपेगैंडा करार दिया जो सच्चाई से कोसों दूर है। आगे कहा कि प्रदेश में सभी रिक्त पदों को भरने का चुनावीं वायदा किया गया था, लेकिन 6 लाख रिक्त पद पड़े हुए हैं जिन्हें भरा नहीं जा रहा है। बेरोजगारी की भयावहता का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं और रोजगार मेलों में ही सरकारी रिकॉर्ड में ही 8-10 हजार रुपए की कैजुअल नौकरी पाने के लिए बीटेक पास युवा जद्दोजहद कर रहे हैं। आंगनबाड़ी, पंचायत सहायक जैसी बेहद कम मानदेय की नौकरी पाने के लिए उच्च शिक्षित युवा जद्दोजहद में लगे हैं। यहां तक कि इसी श्रेणी के युवा माल व डिलीवरी ब्वॉय जैसे कामों में लगे हुए हैं। इसके अलावा प्रदेश से युवाओं का अन्य राज्यों में पलायन तेजी से बढ़ा है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे आयोजनों में अरबों रुपये पानी की तरह बहा कर प्रदेश में देशी-विदेशी कारपोरेट्स के भारी निवेश का दावा किया गया फिलहाल अभी तक पूंजी निवेश व इससे रोजगार सृजन की तस्वीर बेहद निराशाजनक है। उलटे सच्चाई यह है कि बैंकों में नागरिकों का जमा पूंजी का तकरीबन 60 फीसद हिस्सा बाहर चला जाता है।