रंजीव ठाकुर
लखनऊ । कहते है कि मामा भांजे का रिश्ता बहुत अनमोल और महत्वपूर्ण होता है क्योकिं मामा की जितनी अपने भांजे से बनती है उतनी और किसी से नहीं । महाभारत में मामा शकुनी ने भांजे दुर्योधन को सत्ता दिलाने के लिये भगवान से भी बैर ले लिया था । मामा भांजे को राजदार और इस रिश्ते को मित्रता का पर्याय माना जाता है परंतु राजधानी में एक कलयुगी भांजे ने इस रिश्ते को तब तार तार कर दिया जब उसने साथ में शराब पी रहे मामा को मौत के घाट उतार दिया । प्राप्त जानकारी के अनुसार इंदिरानगर थानाक्षेत्र के 10/367 निवासी विष्णु गोपाल (45) सिविल अस्पताल में कर्मचारी थे। वह अपनी पत्नी व दो बच्चो के साथ रहते थे।बताया जाता है की विष्णु गोपाल का सराय रामकोट जनपद बाराबंकी निवासी चचेरा भांजा पिछले तीन दिन से उनके साथ रह रहा था । शनिवार के दिन विष्णु की पत्नी अपने बच्चो के साथ मायके गयी थी । मामा भांजे दोनों एक साथ जाम से जाम टकरा रहे थे । घर में उसकी मां मायादेवी थीं जो रोज की तरह मकान के ऊपरी कमरे मे सोने चली गई थीं। देर रात किसी बात पर हुए विवाद के बाद भांजे कल्लू सिंह ने अपने बुजुर्ग मामा की गला घोंटकर हत्या कर दीं। हत्या के बाद आरोपी भांजा कल्लू मौके से फरार हो गया। सुबह जब मृतक की मां सोने के बाद नीचे उतार कर आयी तो बेटा को बिस्तर पर मृत अवस्था मे देख वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसकी चिल्लाने की आवाज सुनकर लोग एकत्र हो गए। जानकारी पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पुलिस को पास में शराब की बोतल और मृतक के गले पर कसाव के निशान बने हुए थे। इन्दिरा नगर प्रभारी ऐसा संभव है कि शराब पीने के बाद कुछ विवाद उत्पन्न हुआ हो व उसी बात पर भांजे ने हत्या कर दिया हो । फिलहाल पुलिस ने मृतक की मां की तहरीर पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
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