कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने की अपील
लखनऊ। कोरोना के नए वैरिएन्ट ओमीक्रॉन के साथ ही कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर काकोरी सामुदयिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा अधीक्षक डा. दिलीप कुमार भार्गव ने धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। चिकित्सा अधीक्षक ने धर्मगुरुओं से कहा – कोरोना और ओमीक्रॉन से हमें कोविड टीकाकरण ही सुरक्षित बना सकता है, क्योंकि इनसे लड़ने में कोविड टीकाकरण एकमात्र कारगर हथियार है। उन्होंने धर्मगुरुओं से अपील की कि वह कोविड टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने को आगे आयें। वह समुदाय में लोगों को बताएं कि टीका लगवाने से शरीर में कोविड से लड़ने की क्षमता विकसित होती है। टीका लगने के बाद भी कोरोना हो जाता है तो वह घातक नहीं होगा और अस्पताल जाने की नौबत नहीं आएगी। कोविड टीकाकरण से आप खुद तो सुरक्षित रहेंगे ही साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी सुरक्षित होंगे।
डा. भार्गव ने कहा- एक से 15 साल तक के बच्चों के लिए अभी कोविड की वैक्सीन नहीं आयी है। इसलिए हमें कोविड का टीका जरूर लगवाना चाहिए ताकि हमारे बच्चे सुरक्षित रहें | उन्होंने कहा- अब तो 15 से 18 वर्ष के किशोर/किशोरियों के लिए और गंभीर बीमारियों से ग्रसित 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज लग रही है | वह सभी टीका जरूर लगवाएं।
जिन लोगों ने कोविड का टीका नहीं लगवाया है वह तुरंत ही कोविड का टीका लगवाएं और जिनकी कोविड की दूसरी डोज का समय आ गया है वह तुरंत ही दूरी डोज लगवाएं।
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी शशिभूषण ने कहा- गर्भवती और धात्री के लिए भी कोविड का टीका सुरक्षित है। इससे माँ के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु भी सुरक्षित रहता है। इसलिए वह भी कोविड का टीका अवश्य लगवाएं। गर्भावस्था के दौरान कभी भी कोविड का टीका लगवा सकती हैं।
ब्लॉक समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक प्रद्युम्न कुमार मौर्य ने कहा – लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि कोविड का टीका लगवाने के बाद भी लापरवाही न बरतें। मास्क लगाएं, दो गज की शारीरक दूरी का पालन करें, बेवजह घर से बाहर न निकलें, चेहरे को बार-बार न छुयेँ और हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धुलें।