लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को होने वाली कैबिनेट बैठक से पहले पूरे मंत्रिमंडल के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक शाम 5 बजे लोकभवन में ही बुलाई गई है। बैठक में मंत्रियों को आगे के कार्यक्रम और एजेंडा सौंपने के साथ अयोध्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के मद्देनजर भी निर्देश दिए जाने के संकेत हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री थोड़े -थोड़े अंतराल पर अपने मंत्रिमडल के सहयोगियों के साथ बैठक करके उन्हें कामकाज को लेकर सचेत करते रहते हैं। जानकारी के मुताबिक बैठक का कोई एजेंडा निर्धारित नहीं है। लेकिन अगले कुछ दिनों में श्रीराम जन्मभूमि प्रकरण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के मद्देनजर मंत्रियों को अनावश्यक बयानबाजी से बचने और नेतृत्व के निर्देशों के अनुसार ही काम करने का सुझाव दिया जा सकता है। मंत्रियों को विभागीय कार्यों में और अधिक पारदर्शिता से काम लेने और ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर भी सचेत रहने का सुझाव दिया जा सकता है। मंत्रियों से पिछली बैठक में सौंपे गए कामों की प्रगति की भी जानकारी ली जा सकती है। सरकार में कई ऐसे सदस्य मंत्री हैं जो न सिर्फ पहली बार विधायक बने हैं, बल्कि मंत्री भी बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री को लगता है कि अयोध्या या अन्य किसी मुद्दे पर कोई मंत्री कुछ ऐसा न बोल दे जिससे सरकार की किरकिरी हो।