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हरी साड़ी पहन कर हरी झंडी का इंतजार, आंगनबाड़ी फिर खुले आंगन में

लखनऊ। राजधानी में हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा मंगलवार को फिर से हरे रंग में रंगी हुई दिखाई दे रही है और ” इन्कलाब जिन्दाबाद”, “हम होंगे कामयाब एक दिन” हर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है” से गूंज रही है। मौका है आंगनबबाड़ी कार्यकत्रियों के फिर से विशाल प्रदर्शन का। अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासभा के बैनर तले सैकड़ो महिलाएं हरी साड़ी पहन कर धरना प्रदर्शन कर रही है और मुख्यमंत्री की तरफ बड़ी आशा भरी निगाहों से हरी झंडी मिलने की बाट जोह रही है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाब सिंह ने बताया कि अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री को 12 सूत्रीय मांगपत्र भेजा जा रहा है। प्रमुख मांगो में-
– सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले या 18 हजार रुपए न्यूनतम मानदेय दिया जाए।
– आंगनबाड़ी कर्मचारी को सरकारी कर्मचारी बनाने में अब तक हुई प्रगति की जानकारी दी जाए।
– देश की तरह यूपी में भी अतिरिक्त बजट प्रावधान किया जाए।
– 5 वर्ष की नौकरी के बाद वेतन वृद्धि तथा कार्य दिवस में मृत्यु पर 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए।
– 10 वर्ष की सेवा उपरांत पदोन्नति मिले।
– आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की ड्यूटी अन्य जगहों पर लगी होने के दौरान मुख्य कार्य में दण्डित न किया जाए।
– आंगनबाड़ी केंद्र से मुफ्त बंटने वाले सामानों का भी वितरण किया जाए।
– आंगनबाड़ी केंद्र को जन्म प्रमाणपत्र जारी करने का अधिकार दिया जाए।
– मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को भी समान मानदेय दिया जाए।
– 1 अक्टूबर 2016 से बकाया एरियर का भुगतान किया जाए।
– बाहर से सीधी भर्ती बंद कर वरीष्ठता के आधार पर प्रमोशन किया जाए और विद्यालयों के समान अवकाश दिए जाए।
गौरतलब है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अक्सर अपनी मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन करती रहती है। आज भी गर्मी और उमस की परवाह न करते हुए बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हो कर नारेबाजी कर रही है।

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