नये एसएसपी के आते ही अपराधियों को मिली मंजिल
रंजीव ठाकुर
लखनऊ । राजधानी में नये एसएसपी दीपक कुमार को कमान सम्भाले लगभग एक दर्जन दिन बीत चुके है पर अपराधियों पर नकेल कसने की मंजिल उनकें हाथों से फिसलती दिखाई दे रही है । नये एसएसपी के चार्ज लेने के बाद राजधानी में हत्या के 7 मामले, जान से मारने का प्रयास करने के 2 और लूट के अनगिनत मामलों के साथ रविवार रात गोमतीनगर में पड़ी बड़ी डकैती भी शामिल है । इतना सब 11-12 दिनों में ही होने के बाद मंगलवार की सुबह एक बार फिर राजधानी की पुलिस और एक रिटायर्ड सैनिक के परिवार के लिये अमंगल बन कर आई है । राजधानी में पारा थानाक्षेत्र निवासी रिटायर्ड फौजी की 2 बेटियों की गला रेत कर हत्या कर दी गई है। एसएसपी दीपक कुमार की ढ़िलाई की एक बानगी ये रही कि वे आईजी और डीआईजी के बाद घटना स्थल पर पहुंचे । सूचना पा कर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के मुताबिक, पारा के रामविहार कॉलोनी में सेना से रिटायर्ड लाल बहादुर सिंह अपनी पत्नी और दो बेटियां आरती (24) और अंकिता (20) के साथ यहां रहते थे। मंगलवार की सुबह लाल बहादुर अपनी पत्नी को लेकर सीटी स्कैन कराने गए थे। दम्पति जब लौट कर घर आए तो देखा कि घर का दरवाजा खुला था। जब अंदर गए तो दोनों बेटियां फर्श पर घायल अवस्था में पड़ी थी। दोनों के गले पर धारदार हथियार से हमला किया गया था। इसके बाद रिटायर्ड फौजी दोनों बेटियों को लेकर अस्पताल भागे तब तक रास्ते में उनकी मौत हो गई।
हत्या की वजह अभी तक पता नहीं चल सकी है। किचन और बरामदे में खून बिखरा था। छोटी बेटी के कपड़े अस्त-व्यस्त थे वहीं बड़ी बेटी के हाथ में बाल मिले हैं जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मरने से पहले संघर्ष हुआ होगा। दोनों बेटियों के गले में घाव हैं, माना जा रहा है कि किसी ब्लंट चीज से वार किया गया है। लड़की के कमरे मे बेड पर कपड़ों का बक्सा बिखरा मिला है। आरती बड़ी और सोनम छोटी थी। आरती से छोटा भाई आशुतोष है जो बाराबंकी में रहता है। पुलिस पड़ोसियों से पूछताछ कर मोबाइल डिटेल खंगाल रही है और डॉग स्कॉयड मौक