लखनऊ (यूएनएस)। लखनऊ यूनिवसिर्टी में छात्र संघ बहाली को लेकर शुरू हुआ धरना-प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। इस बीच पुलिस और सुरक्षाबलों ने बिना अनुमति के धरना देने की बात कहते हुए छात्रों को जब रोका, तो माहौल और बिगड़ गया। विश्वविद्यालय प्रशासन की मौजूदगी में भारी फोर्स के साथ पुलिस ने छात्रों को धरना स्थल से उठाया। इस पर छात्र उग्र हो गए। कई छात्रों को पुलिस गाड़ी में भरकर ले गई। छात्रों और पुलिस में झड़प भी देखने को मिली। छात्रों का आरोप था कि पुलिस ने बदसलूकी करते हुए कुछ छात्रों के बाल खींचे, धक्का दिया और मारा भी। इस दौरान कुछ छात्रों को छुटपुट चोट भी आई। थोड़ी देर के लिए धरने में व्यवधान रहा। हालांकि कुछ देर बाद फिर धरना शुरू हो गया। दरअसल, सोमवार दोपहर 2 बजे से बड़ी संख्या में छात्र धरने पर बैठ गए थे। छात्रों ने विश्वविद्यालय में छात्रसंघ को बहाल किए जाने की मांग उठाई। छात्रों का धरना और प्रदर्शन चल ही रहा था कि अचानक से मौसम भी बदल गया। तेज आंधी के साथ बारिश भी होने लगी। पर छात्रों ने धरना स्थल नहीं छोड़ा। देर शाम तक छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा। रात भर खराब मौसम में भी छात्र डटे और धरना देते रहे। एलयू छात्रसंघ बहाली मोर्चा के विंध्यवासिनी शुक्ला ने बताया, लगभग 180 दिनों से छात्रसंघ की बहाली के लिए अभियान चलाया जा रहा है। कुलपति और कुलसचिव को ज्ञापन भी दिया जा चुका है। पर उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। ज्ञापन के संबंध में कोई जवाब न मिलने पर छात्र धरने पर बैठे हैं। जब तक छात्रसंघ बहाल नहीं किया जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा। धरने के दौरान कई बार प्रॉक्टोरियल बोर्ड और पुलिस प्रशासन ने छात्रों को मनाने के कई जतन किए। मगर, सफलता हाथ न लग सकी। तेज बारिश व आंधी में भी वह अपने स्थान से नहीं हिले, जबकि प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने 2 से 3 घंटे तक छात्रों से वार्तालाप की। धरना खत्म करने की अपील भी की। छात्रसंघ बहाली मोर्चा के बैनर तले छात्रसंघ बहाली की मांग उठाई जा रही है। जिसे अन्य बड़े छात्र संगठनों एबीवीपी, एनएसयूआई के अलावा समाजवादी छात्र सभा का भी सपोर्ट है। इससे छात्रों की आवाज बुलंद हो रही है।
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