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अवध प्रान्त ग्राहक पंचायत प्रतिष्ठानों में भ्रष्टाचार की जांच करेगी

रंजीव ठाकुर
लखनऊ । आज के समय में चाहे पेट्रोल पम्प हो या स्कूल, दुकान हो या हो अस्पताल इन सभी जगहों पर ग्राहकों के साथ अक्सर धोखा किया जाता है और आम जनता अकेले होने के कारण विरोध नही कर पाती है । लेकिन अब इसके लिए आपको परेशान होने की जरूरत नही पडेगी । अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ने शनिवार को राजधानी के प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की घटतौली और उस में मिलावट के विरोध में जागरुकता अभियान चलायेगा । ग्राहक पंचायत के जांच दल पेट्रोल पंपों पर जा कर जांच करेंगे कि घटतौली और मिलावट की जांच के लिए उचित प्रबंध है या नहीं। पेट्रोल पंप पर मिलावट और गड़बड़ी की जांच करने की व्यवस्था ऐसी जगह होनी चाहिए जहां से ग्राहक को वह स्पष्ट दिखाई दे। मिलावट की जांच के लिए ब्लॉटिंग पेपर और सही नाप के लिए साइंटिफिक सिलेंडर मौके पर मौजूद होना चाहिए, यदि ऐसा नहीं है तो  पेट्रोलियम पदार्थ की गुणवत्ता संदिग्ध मानी जानी चाहिए।
ग्राहक पंचायत मांग करती है कि पेट्रोल पंपों की जांच के लिए स्वतंत्र उड़नदस्ते गठित हो जो नियमित पेट्रोल पंप की जांच करें।इन दस्तों में ग्राहक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल जाने चाहिए। ग्राहक पंचायत निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर भी गंभीर है इसके लिए ग्राहक पंचायत सरकार से मांग करती है कि जल्द से जल्द इस संबंध में उचित नीति बनाए। नीति बनाने में अभिभावक और ग्राहक संगठनों की भागीदारी भी होनी चाहिए ताकि स्कूल फीस में मनमानी बढ़ोतरी ना हो। हाल में ही सिटी मांटेसरी स्कूल ने जिस तरह से स्कूल यूनिफार्म ड्रेस में बदलाव किया था उससे शिक्षा की गुणवत्ता का कोई संबंध ही नहीं था। ऐसे में ग्राहक पंचायत मांग करती है कि सभी विद्यालयों के लिए एक ड्रेस कोड सुनिश्चित किया जाना चाहिए। स्कूल ड्रेस में कोई ऐसा पैटर्न इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए जिससे स्कूल ड्रेस किसी खास स्थान से खरीदने की मजबूरी हो। स्कूल ड्रेस के साथ ही पाठ्यपुस्तकों में आए दिन के बदलाव पर भी रोक लगनी चाहिए। बार-बार पुस्तकें बदलने का मामला पर्यावरण से भी जुड़ा हुआ है ऐसे में हर बार नई पुस्तके खरीदने की बाध्यता होती है साथ ही पुराने पुस्तकें बेकार हो जाती हैं। पुस्तकों के कागज पेड़ों से बनते है इससें बार-बार पुस्तकें बदलने से अधिक कागजों का निर्माण करना पड़ता है और इस निर्माण प्रक्रिया में करोड़ों पेड़ों को काटा जाता है जिससे पर्यावरण को भी नुकसान होता है। ग्राहक पंचायत प्रारंभ में विभागीय अधिकारियों मंत्री और मुख्यमंत्री को इस संबंध में एक मांग पत्र सौंपेगा। कोई कार्यवाही ना होने पर आगे की रणनीति तय की जाएगी। ग्राहक पंचायत यह सुनिश्चित करेगी कि आने वाले सत्र में अभिभावकों को कोई परेशानी ना हो। ग्राहक पंचायत सरकार को सचेत करना चाहती है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई रियल एस्टेट कंपनियां प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर विज्ञापन कर रही हैं और भोली भाली मासूम जनता को उनके पैसे गलत प्रकार से लूट रही है। इन पर लगाम लगाने और ग्राहकों के हितों की सुरक्षा के लिए सरकार को सचेत हो जाना चाहिए ताकि हाल में ही हुई तमाम घोटालों की तरह से आवास योजना का कोई बड़ा घोटाला ना हो जाए। जो भी रकम इस योजना के तहत बिल्डर या रियल एस्टेट डेवलपर ले रहे हैं उसकी सुरक्षा सरकार को सुनिश्चित करनी चाहिए। ग्राहक पंचायत को लिखित शिकायतें मिली है कि प्राथमिक विद्यालयों में शौचालय की व्यवस्था तो है लेकिन उनका रखरखाव ठीक से नहीं होता है। उस की साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि विद्यालय में विद्यार्थी स्वच्छता का सही पाठ पढ़ सकें। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों का अभाव है या फिर जो वहां पर तैनात होते हैं वे मौके पर जाते नहीं हैं उनकी जगह फार्मासिस्ट ही औषधि वितरण कर के स्वास्थ्य केंद्र का संचालन करते हैं। स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सक की तैनाती पर ग्राहक पंचायत इन सभी मुद्दों पर सुधार हो इसके लिए चरणबद्ध प्रक्रिया प्रारंभ कर रही है सुधार नहीं हुए तो आंदोलन की प्रक्रिया भी प्रारंभ की जाएगी। पत्रकार वार्ता में ग्राहक पंचायत की सह सचिव एडवोकेट नीलम शुक्ला,संगठन मंत्री अवनिकांत पांडे,सह संगठन मंत्री एडवोकेट चंदन शुक्ला, एडवोकेट अजीत प्रताप सिंह, अरविंद त्रिवेदी,डॉक्टर इंद्रेश कुमार सिंह तथा सूरज वर्मा उपस्थित रहे।

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