रंजीव ठाकुर
लखनऊ । पूर्व हत्यारोपी मंत्री अमरमणि त्रिपाठी एवं उनके हत्यारोपी पुत्र अमनमणि त्रिपाठी के विरुद्ध बुधवार को मृतिका सारा सिंह की मॉ सीमा सिंह तथा मृतिका मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला ने फिर मोर्चा खोला है । गौरतलब है कि पिछले दिनों सीएम योगी जब दोबारा गोरखपुर दौरे पर गए थे तो उनके मंच पर अमनमणि की मां दिखाई दी थी, जिसके बाद यह कयास लगाए जाने लग गए थे कि शीघ्र ही अपराधी पिता व पुत्र दोनों भाजपा में शामिल हो सकते हैं और इसी कड़ी में भाजपा के कद्दावर नेता कलराज मिश्र का नाम भी बड़ी तेजी से मीडिया में उछला था जो कि बैक डोर से इन अपराधियों को भाजपा में इंट्री करवाने का प्रयास कर रहे थे । सीमा सिंह ने कहा कि मैं एक दुखी मां अपने हृदय से मुख्यमंत्री योगी जी को यह बताना चाहती हूं कि मेरी बेटी सारा को माफिया हत्यारे अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमरमणि त्रिपाठी ने पीट पीटकर मार डाला था जिसके लिए गाजियाबाद सेशन कोर्ट में मुकदमा चल रहा है तथा इस मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है । मुख्यमंत्री योगी से गुहार लगाते हुए सीमा सिंह ने कहा कि मैंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने इस बात को रखा था तो उन्होंने हत्यारे अमनमणि त्रिपाठी का विधानसभा टिकट समाजवादी पार्टी से काट दिया था तथा उस को पार्टी से निकाल दिया था और हत्याकांड की जांच सीबीआई को दे दी थी । कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री योगी जी की सभा में अमनमणि की मां को मंच पर देखे जाने के बाद मेरा हौसला काफी टूट गया है । मुझे लग रहा है कि कहीं आप अमनमणि त्रिपाठी को बीजेपी, पार्टी में शामिल न कर ले । सीमा सिंह ने कहा कि अपराधी अमनमणी सीएम योगी से जब चाहे मिल सकता है पर सीमा सिंह और निधि शुक्ला नहीं ऐसा क्यों है ? सीमा सिंह ने कहा कि जब तक सीएम की इच्छा नहीं होती तो कोई उनसे नहीं मिल पाता, तब कैसे अपराधी अमनमणि चार पांच बार सीएम योगी से मिल चुका है । जब सीएम योगी जी अपने गृह जनपद को ही ठीक से नहीं संभाल पा रहे तो बाकी प्रदेश में अपराध की क्या स्थिति होगी ? यह हत्यारोपी बाप बेटा तब से एक ही जेल में है इनकी जेल भी राजनीतिक कारणों के कारण बदली नहीं गई है । सीमा सिंह और निधि शुक्ला ने संयुक्त रुप से प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ममता भरी आंखें और एक बहन का आंचल अपने हत्यारों को पनाह देने वालों को कभी माफ नहीं करेगा । इस केस की लगातार पैरवी करते रहने की बात करते हुए सीमा सिंह ने कहा कि पिछले दिनों सेशन कोर्ट मे मुझे दो बाइक सवारों ने धमकी दी, 8 से 10 तक की संख्या में ये गुंडे थे और उन्होंने मुझे धमकाते हुए कहा कि पैरवी करना छोड़ दो नहीं तो नहीं तो जान से मार देंगे । ये सब बातें उसी प्रदेश में हो सकती हैं जहां माफिया अभी राज कर रहा हो। उन्होनें ने कहा यह मेरा दुर्भाग्य है कि सपा से टिकट कटने के बाद भी अपने बाहुबल एवं हथियारबंद खूंखार गैंग की ताकत से हत्यारे बाप बेटे ने चुनाव जीत लिया और सारा का हत्यारा अमरमणि त्रिपाठी नौतनवां विधानसभा से विधायक भी बन गया है । भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र पर सीधे सीधे आरोप लगाते हुए सीमा सिंह ने कहा कि अमरमणि त्रिपाठी से कलराज मिश्र की रिश्तेदारी होने के कारण वह अमनमणि को भाजपा में लाने के लिए जबरदस्त कोशिश कर रहे हैं। पत्रकारों से बात करते हुए सीमा सिंह और निधि शुक्ला ने साफ तौर पर कहा कि हम लोगों की पहचान अपने नाम से हट कर एक मॉ-बहन के रूप में बन गयी है। हम लोग अपने परिवारजनों के लिए ही संघर्ष करके जीवन व्यतीत कर रहे हैं । भारतीय जनता पार्टी के स्वच्छ शासन जिससे हमें न्याय की पूरी आशा थी, लेकिन इस घटनाक्रम से हम दोनों लोग बहुत दुखी वह निराश हो गए हैं । हत्यारोपी अमनमणि की धमकियों से हमारा जीवन भयंकर संकटों में गुजर रहा है।