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पीएम मोदी 7 जुलाई को आएंगे काशी,3 हजार करोड की योजनाओं की देंगे सौगात

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को वाराणसी दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे 3 हजार करोड की कई योजनाओं की सौगात काशीवासियों को देंगे। इन सौगातों में जीवन के मोक्ष द्वार मणिकर्णिका घाट समेत कई प्रोजेक्ट्स के लोकार्पण और शिलान्यास शामिल हैं। 17.56 करोड़ रुपए की लागत से मणिकर्णिका घाट का जीर्णोद्धार और पुनर्विकास किया जाएगा। हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ वाराणसी में विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की थी। मणिकर्णिका घाट और आसपास के हेरिटेज भवनों और मंदिरों का पुनर्विकास करने की योजना बनाई गई है। मणिकर्णिका घाट से तारकेश्वर मंदिर तक की इमारत को नागर शैली में डेवलप किया जाएगा। तारकेश्वर महादेव मंदिर तक 3 मंजिला और तारकेश्वर महादेव से दत्तात्रेय पादुका तक (300 से 400 मीटर) का निर्माण होगा। मणिकर्णिका घाट के पुनर्विकास और जीर्णोद्धार की प्लानिंग और डिजाइन कर रही प्लानर इंडिया कंपनी के चेयरमैन श्यामलाल ने बताया कि घाट और आसपास के ऐतिहासिक भवनों और मंदिरों का पुनर्विकास 17.56 करोड़ की लागत से प्रस्तावित है। मणिकर्णिका घाट के पुनर्विकास का काम सीएसआर फंड से होगा। रूपा फाउंडेशन सीएसआर फंड से पूरा कराने के लिए तैयार है। यहां पर डेडबॉडी रजिस्ट्रेशन ऑफिस बनाया जाएगा। इसके अलावा शव और शव यात्रियों के लिए शवदाह स्थल तक पहुंचने के लिए अलग-अलग रास्ते, शवदाह से पहले होने वाली धार्मिक रीति रिवाज आदि के लिए विशेष स्थान, शव स्नान आदि की व्यवस्था होगी। नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा की ओर से भी इसे लेकर अनुमति मिल चुकी है। इसमें मणिकर्णिका कुंड, रत्नेश्वर महादेव मंदिर आदि का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। पौराणिक मान्यता वाली धार्मिक यात्रा पंचक्रोशी परिक्रमा शुरुआत और समापन भी यहीं होता है। इसके अलावा 24 घंटे शवदाह होने वाले दुनिया के एकमात्र मोक्ष स्थल को देखने के लिए पूरी दुनिया से हजारों पर्यटक भी रोज यहां आते हैं। हाई फ्लड जोन से ऊपर दाह संस्कार स्थल बनेगा, यहां तक पहुंचने के लिए रैंप होगा। बाढ़ के उच्चतम बिंदु से ऊपर, छत पर वीआईपी के लिए अलग से बैठने के लिए व्यवस्था होगी। घाट के पास बेतरतीब रखी लकड़ियों से शवदाह के लिए आये लोगों को काफी परेशानी होती थी। अब लकड़ी बेचने वालों के लिए व्यवस्थित प्लाजा बनेगा, जहां लकड़ियों का स्टोरेज भी किया जा सकेगा। जल यातायात द्वारा घाट तक लकड़ी लाने के लिए रैम्प का निर्माण, जन सुविधा के लिए शौचालय, पीने का पानी, प्रतीक्षालय, व्यूइंग एरिया, मणिकर्णिका के आसपास के हेरिटेज मॉर्नुमेंट्स, चक्र पुष्करणी कुंड, तारकेश्वर मंदिर, रत्नेश्वर मंदिर व दत्तात्रेय पादुका तक का भी जीर्णोद्धार होगा। वेस्ट डिस्पोजल सिस्टम, इंस्टीट्यूशनल फ्रेम वर्क विद ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी भी लगाया जाएगा। यहां अतिम संस्कार से मिलती है जन्म-मरण के बंधनों से मुक्ति ऐसी मान्यता है कि महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार से मुक्ति मिलती है। इसी घाट पर भगवान शिव, जीवात्मा को खुद तारक मंत्र देने आते हैं। देश के आइकॉनिक स्थलों में से एक मणिकर्णिका घाट पर शव यात्रियों के लिए आधुनिक सुगम और सुविधानुसार बनाया जा रहा है।

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