विवेक जायसवाल
बलिया-जिलाधिकारी भवानी सिंह खंगारोत ने बताया कि जनपद के लोगो को छुट्टा एवं आवारा गोवंशीय पशुओं से निजात दिलाने हेतु ग्राम पंचायतों एवं स्थानीय निकायों में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना की जाएगी। इस संबंध में जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों व अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह इसके लिए भूमि का चिह्नांकन करें तथा सभी पशु चिकित्साधिकारी व उप मुख्य चिकित्साधिकारी स्थानीय निकायों के कर्मचारियों के सहयोग से गोवंशीय आवारा पशुओं का चिन्हांकन करें। वर्तमान में जनपद में दो गौशाला उपलब्ध है तथा एक गौ संरक्षण केंद्र ग्राम जिगिरिसर विकासखंड मनियर, तहसील सिकंदरपुर बलिया में निर्माण की कार्यवाही चल रही है । अस्थाई गोवंश आश्रय हेतु चार स्थानों का चयन किया गया, जिसमें ग्राम मझलिया विकास खण्ड बेल्थरारोड, ग्राम गोपालपुर, विकास खंड चिलकहर, ग्राम करम्मर विकास खण्ड बेरूआरबारी व ग्राम दुल्हुआं विकास खण्ड बेरूआरबारी है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अशोक मिश्र ने बताया कि 25 जनवरी को कलेक्ट्रेट सभागार में इस सम्बन्ध मे एक बैठक का आयोजन किया गया है, जिसमें जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा की जाएगी।