मोहम्मद अशफाक
टापू में तब्दील हुआ नगर से सटा ‘बड़हरा’ गांव
चारों तरफ से घिरा है गांव, एकमात्र रास्ते पर भरा करीब आठ फिट से अधिक ऊंचाई तक बाढ़ का पानी
डुमरियागंज (सिद्धार्थ नगर)। नदी के बढ़ते जलस्तर से लगातार लोगों की परेशानियां भी बढ़ रही है। तेज बारिश और बाढ़ के पानी से लगातर राप्ती नदी का कहर जारी है। बुधवार की भोर में गांव के बाद बाढ़ का पानी नगर का रूख कर दिया है। डुमरियागंज नगर से सटे ग्राम पंचायत रमवापुर उर्फ नेबुआ का राजस्व गांव बड़हरा टापू में तब्दील हो चुका है। गांव में आने जाने का एक मात्र रास्ता पानी में डूब चुका है। वहीं प्रशासन द्वारा राहत सामग्री नहीं पहुंचाए जाने से कई बाढ़ पीड़ित गांव के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। नगर पंचायत स्थित रोडवेज बस स्टेशन से लेकर थाने के बाउंड्रीवाल तक के सभी घरों के के साथ ही थानाध्यक्ष आवास में भी बाढ़ का पानी भर गया है। नगर वासियों ने जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चत कराने की मांग की है। टाउन में स्थित रोडवेज परिसर में भी काफी पानी भर गया है जिससे बसों का संचालन परिसर में बंद हो गया है। पश्चिम तरफ बांध से रिसाव व घरों के पाइप के माध्यम से पानी लगभग एक दर्जन घरों में भर चुका है। नगर पंचायत के कर्मचारियों द्वारा पानी निकालने की व्यवस्था की जा रही है। टाउन के पीड़ित परिवार राजन सोनी ,सैफ, अनूप कुमार, मोहम्मद अयूब, सत्य प्रकाश,सलीम, सलमान, गुड्डू ,अंजनी कुमार आदि ने बताया कि पश्चिम तरफ बांध में रिसाव व पाइप के जरिए पानी लोगों के घरों में पहुंच गया है जिससे तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा सबसे बड़ी दिक्कत टाउन से सटे बड़हरा गांव की है जो इस समय चारों तरफ पानी से घिर गया है। टापू के रूप में नजर आ अरे इस गांव का आवागमन पूरी तरह बंद हो चुका है। नाव का सहारा लेकर लोग आ जा रहे हैं। इस गांव में डर व भय का माहौल व्याप्त है खाने-पीने की समस्या के साथ साथ जानवरों के चारे की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। गांव के बिहारी, भोला, रामप्रसाद, चिनके, बाबूलाल, रामकिशुन, साधु आदि ने बताया कि इस बार पानी का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया जिससे चारों तरफ से पानी से उनका गांव घिर चुका है। मदद के लिए अभी कोई गांव में नहीं पहुंचा है। गांव के लोगों ने मदद दिलाने की मांग की है। लोगों ने यह भी बताया कि जब भी बाढ़ से उनका गांव चारो तरफ से पानी से घिर जाता था मदद के लिए प्रशासन पहुंच जाता था। लेकिन इस बार गांव में अभी तक कोई नहीं पहुंचा है। अभी तक कोई जनप्रतिनिधि भी हाल-चाल लेने नहीं आया है। इस संबंध में जब नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि टाउन में जिन घरों में पानी आ गया है वहां पर कर्मचारियों की मदद से पानी निकालने की व्यवस्था की जा रही है। हर परिस्थिति पर टीम बनाकर नजर रखी जा रही है।