मोहम्मद अशफाक
पिछले कई वर्षो में किसानों की 400 बीघा से अधिक भूमि काट कर राप्ती में जा चुकी है।
डुमरियागंज (सिद्धार्थनगर)। स्थानीय तहसील में शनिवार को सुबह नामित सभासद राजीव कुमार व पूर्व सभासद टीहुल चौरसिया ने उपजिलाधिकारी डुमरियागंज कुणाल को पत्र देकर नगर पंचायत डुमरियागंज स्थित ग्राम डुमरियागंज रुधौली माली मैंनहा शाहपुर बैदौला गढ़ अन्य आदमी आदि में बाढ़ की विभीषिका से काश्तकारान की संपूर्ण खेती फसल नष्ट हो जाने के कारण सम्बन्धित काश्तकारान को बाढ़ राहत राहत सहायता दिलाए जाने, काश्तकारों के खेतों की नदी काटन को रोकने हेतु बोल्डर, ठोकर अन्य व्यवस्था करने तथा जर्जर बंधे को तत्काल प्रभाव से रिपेयर कराने का अनुरोध किया।
राजीव कुमार ने बताया कि डुमरियागंज के उत्तर पश्चिम तरफ राप्ती नदी ग्राम रुधौला से होते हुए पूरब ओर आगे चली जाती हैं। ग्राम डुमरियागंज का गाटा संख्या 1 का कुछ रकबा नदी तथा कुछ रकबा काश्तकारों की मिलजुमला भूमि हैं तथा पश्चिम तरफ भी काश्तकारों के बंदोबस्ती नम्बर व रकबे हैं। विगत 3-4 सालों में डुमरियागंज की उत्तरी पश्चिमी में काश्तकारों के खेतों लगभग 500 बीघा जमीन काटकर इस समय जोत के रकबे पर राप्ती नदी बहने लगी हैं। नदी का कटान इतने तेज गति से हो रहा हैं कि धीरे -धीरे काश्तकारों की समस्त खेती नदी हो जायेगी, गरीब किसानों के जीवकोपार्जन का एक मात्र साधन कृषि खेती हैं खेत का नदी की कटान से धीरे -धीरे जलमग्न हो जाने से परती व काश्तकारों के बाल बच्चे भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। अगर नदी के कटान को प्रशासन द्वारा नहीं रोका जाएगा तो गांव के उत्तरी व पश्चिमी जोत का रकबा आबादी सहित जलमग्न होकर ग्राम डुमरियागंज के काश्तकारों के खेतों तथा आबादी में नदी बहना शुरू हो जाएगा और जो बांध पश्चिमी उत्तरी दिशा में कस्बे को बचाने के लिए बांधी गई है, वह राप्ती नदी के तेज धारा से बांध व कस्बे की आबादी कटान में आकर जलमग्न हो कर दरिया राप्ती बहना शुरू हो जाएगा तथा जनजीवन व जान माल और सम्पत्ति की आपूर्तिनीय क्षति व नुकसान होगी।
उपजिलाधिकारी कुणाल ने बताया कि सम्बन्धित को उचित कार्यवाही हेतु अवगत करा दिया गया हैं।