बलरामपुर । जेई व एईएस जैसे संचारी रोगों के नियन्त्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 जुलाई से 31 जुलाई तक एक माह तक संचारी रोग नियन्त्रण माह अभियान चलाया जा रहा, इसके साथ ही साथ दस्तक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें 11 विभागों की भूमिका निर्धारित की गई है। इन महत्वपूर्ण अभियान की प्रगति समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जानी है। प्रगति समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट समागार में सीएमओं की अध्यक्षता में संपन्न की गई। सीएमओ ने कहा कि दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर आशाओं द्वारा जनसंपर्क व लोगों को साफ-सफाई हेतु जागरूक किया जाना है। यूनीसेफ द्वारा 340 घरों में सर्वे किया गया जिसके सापेक्ष मात्र 61 प्रतिशत घरों द्वारा दस्तक अभियान के बारें में आशाओं द्वारा संपर्क की जाने की बात बताई गयी। उन्होंने कहा कि यह स्थिति काफी आपत्तिजनक है, सभी एमवाईसी यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों में जनसंपर्क किया जाए। स्कूलों में संचारी रोग नियन्त्रण के प्रति जागरूकता व रैली का आयोजन किया जाना है किन्तु इसकी प्रगति संतोषजनक नहीं है। उन्होंने बीएसए से कहा कि स्कूलों में रैली व जागरूकता कार्यक्रम कराएं। संचारी रोग नियन्त्रण माह व दस्तक अभियान के तहत स्टीकर अभियान चलाया जा रहा है जिसमें जिन घरों में जनसंपर्क किया जायेगा वहां साफ-सफाई व संचारी रोग से संबन्धित स्टीकर लगाया जाना है। सभी एमवाईसी यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों में स्टीकर लग जाए। सभी आशाएं सभी ऐनम सेन्टर पर मदर मीटिंग, सेन्टाईजेशन मीटिंग अवश्य हो यह सुनिश्चित किया जाएं। सुअर पालको के साथ साफ-सफाई हेतु मीटिंग सभी एमवाईसी कर लें। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 8 जुलाई को समस्त ऐनम सब सेन्टर पर किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच की जानी है जिसमें किशोरियों में एनीमिया की जांच की जायेगी। सीएमओं ने समस्त एमवाईसी को निर्देश दिया कि 8 जुलाई को समी ऐनम सब सेन्टर पर उपस्थिति सुनिश्चित करेंगें व ऐनम द्वारा किशोरियों की खून जांच, वजन आदि करा जायेगा। सभी सब सेन्टर पर आयरन व कैल्शियम की गोली अवश्य रहे। किशोरियों को हेल्थ कार्ड भी ऐनम द्वारा दिया जायेगा।
बैठक में सीएमओ डा0 घनश्याम सिंह, अपर सीएमओ, जिला प्रति रक्षा अधिकारी अरुण कुमार, डा0 एके0 पाण्डेय, जिला मलेरिया अधिकारी मंजुला आनन्द, डीपीआरओ नरेश चन्द, जिला कार्यक्रम अधिकारी सत्येन्द्र सिंह, डीआईओएस महेन्द्र कुमार कनौजिया, के0के0 सिंह एसबीसीसी सेल, प्रवीण कुमार सक्सेना यूनीसेफ, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समस्त ब्लाकों के प्रभारी चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे।