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रिमझिम व तेज बारिश से जनजीवन प्रभावित कई गिरे मकान तो कई घण्टो से बत्ती गुल किसानों के चेहरे मुरझाए

अरविन्द कुमार पत्रकार
पिरौना (जालौन)। आषाढ़ में पोखरा-तालाब और खेतों को प्यासे रखने वाले बादलों की सावन में झमाझम बारिश से जलमग्न हुए खेत तालाब पोखर व नाला सात दिनों से रुक-रुककर होती तेज बारिश ने ताल-तलैया लबालब हो गए हैं। बांधों का जलस्तर भी बढ़ा है। नदी-नाले ओवरफ्लो होने से पानी रहवासी इलाकों में घुस गया है। ग्रामीण क्षेत्र के कई मोहल्लों में लोग पानी घुसने से परेशान रहे। घुटने तक पानी में लोगों को आना जाना पड़ा है। उधर, बारिश से पुराने जर्जर भवनों पर भी खतरा बढ़ने लगा है रविवार की रात कई स्थानों पर कच्चे मकान ढह गए पिरौना सहित आस-पास के इलाकों में शुक्रवार शाम से रुक-रुक बारिश हो रही है। पूरी रात बारिश के बाद शनिवार को दिन में भी बारिश की झड़ी लगी रही सात दिनों से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से कई जगहों पर भारी बारिश के कारण घर गिरने तथा कई घरों में पानी घुसने के कारण लोगों को काफी परेशानियां भी झेलनी पड़ रही हैं बारिश से जहां खेतों में लबालब पानी नजर आ रहा है वही कई स्थानों पर संपर्क मार्गों के ऊपर से पानी बहने से आवागमन प्रभावित हो गया है मंगलवार की रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला सोमवार की सुबह तक रुक-रुक कर चलता रहा कभी छिटपुट तो कभी मूसलाधार बारिश से जहां मौसम खुशनुमा हो गया है, वहीं उमस भरी गर्मी से लोगों ने राहत महसूस की मूसलाधार बारिश के कारण कच्चे मकान भी गिरे कई जगह सड़को पर पानी भरा इससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा इससे लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण पानी ग्राम में स्थित घरों में घुस रहा है। इससे लोग अपने घरों का सामान निकालकर सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं तालाब व नाला जैम होने से पानी की निकासी नही हो पा रही हैं। हर वर्ष अपनी दिलाशा देने आ जाते, आपको अवगत करा दे कि हर वर्ष का यह शिलशिला लगा रहता हैं कि जब बारिश का मौसम आ जाये तब भी तालाब व नालाओ की सफाई नही की जाती इससे पहले हमारे दैनिक जागरण झांसी समाचार पत्र में खबर भी प्रकाशित की गई थी जिसको गम्भीरता से नही लिया अब बारिश के मौसम में अपनी अपनी हमदर्दी दिखाने के लिए आलाधिकारी, कर्मचारी व राजनैतिक पार्टियों का जाती हैं लेकिन अभी तक किसी तरह की सहायता नही दी गई कई वर्षों से यह शिलशिला चल रहा है दूसरी ओर किसानों की फसल भी नष्ट हो गई खेतो में भरा लबालब पानी पिछली बार भी फसल नष्ट हो गई दी जिसकी मलियत आज तक किसानों को नही मिली।

कच्चा मकान गिरा खुले आसमान के नीचे आया परिवार।
पिरौना निवासी रामराजा वाल्मीकि का कच्चा मकान गिर गया। घर में रखा खाने पीने का सारा सामान मलबे में दब गया। परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया पाखर का पेड़ उखड़कर घर पर गिरा रात के करीब 1 बजे उस समय घर मे सभी लोग सो रहे थे गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ घर के नौ सदस्यों को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन घर मे रखी ग्रहस्थी का सामान दब कर भीग गया चंद्रभान पुत्र गौरीशंकर बरार का मकान गिर गया सन्ध्या पत्नी सन्नी वाल्मीकि का कच्चा मकान गिर गया बलवीर पुत्र झुन्डी का मकान गिर गया भगवानसिंह पुत्र मिट्ठूलाल के मकान के ऊपर पाखर का पेड़ गिर जाने से मकान की दीवार दरक गई।

इन दिनों बिजली आपूर्ति रही बाधित।
पिरौना में तेज बारिश के कारण कई बिजली के खंभे व तार क्षतिग्रस्त हो गए। इससे बिजली सप्लाई ठप हो गई है दो दिन बीत गए लेकिन बिजली आपूर्ति अभी तक बाधित है।

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