शाशन द्वारा “ऊर्जा संरक्षण अभियान”को ठेंगा दिखाते बिजली विभाग के अधिकारी
मिर्जापुर। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार और लापरवाही के किस्से तो रोज सूने जाते है घूसखोरी भ्रष्टाचार लापरवाही तो मानो विभाग का दूसरा नाम है। सैकड़ो की संख्या में उपस्थित लोगों मे कितने तो ऐसे लोग विभाग के चक्कर काटते फिरते हैं जिन्होंने कनेक्शन नहीं लिया है। फिर भी उनको लाखों रुपये का बिल पकड़ा दिया गया है । जिसे खत्म कराने के एवज में पैसे ऐंठे जाते हैं । इसके साथ ही आमजनता से बिजली बचाने के लिए भी कहा जाता है। जिसके लिए शाशन द्वारा कम खपत के एल ई डी बल्ब पंखा इत्यादि उपकरणों पर भारी छूट दी जा रही है तथा प्रचार प्रसार पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं । किन्तु आमजनता को जागरूक करनें से पहले विभाग व विभाग के अधिकारियों को जागरूक होना पडेगा । छानबे विकास खण्ड के गौरा गांव में दिन रात जलती हुई स्ट्रीट लाइटें मानों विभाग को आईना दिखाने का प्रयत्न कर रही है । विजली विभाग की लापरवाही और अनदेखी से 2 वर्ष से अवैध रूप से जलाई जा रही हाईलोजन लाइटे एक एक विजली के खंभे पर कहीं दो और कहीं तीन तीन लाइटें लगी हैं। चूंकि इन लाईटो से पूरा गांव रोशन होता रहा है । शायद इसलिए किसी ने अभीतक शिकायत दर्ज नहीं कराई है । अब देखना होगा कि लिखित शिकायतो को नजर अंदाज करने वाला विभाग की नजर कब इसपर पड़ती हैं और कार्रवाई के आसार दिखाई पड़ते है। लेकिन अब देखना होगा कि गरीब व असहाय व्यक्तियो के मामूली बिल को लेकर कनेक्शन काट व आर सी जारी कर फोटो खिंचवा कर अपनी वाह-वाही के कसीदे पढने वाले अधिकारियों के कानो पर जूं कब रेगती है या नही ।