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यदि लग्न व निष्पक्ष होकर तथा जन समुदाय का सहयोग लिया जाए तो बड़ा सा बड़ा कार्य हो सकता है,,,,,,,,,, चौकी प्रभारी मदनलाल गौतम

चौकी प्रभारी ने तीन दशक पुराना दो समुदायों के बीच विवाद को कराया खत्म।

अवध की आवाज ब्यूरो चीफ गोंडा,, विनोद कुमार सिंह,
रिपोर्ट, यज्ञ नारायण तिवारी।

मोतीगंज गोंडा।। चौकी प्रभारी कहोवा का अथक प्रयास रंग लाया और तीन दशक पुराने संवेदनशील गांव व मूर्ति एवं कलश विसर्जन स्थल का दो समुदायों के बीच चल रहे विवाद को खत्म कराकर शांतिपूर्ण ढंग से मूर्ति विसर्जन का कार्य संपन्न कराया। जिससे दोनों समुदाय के लोग खुशी जाहिर कर प्रशंसा कर रहे हैं।
कहोवा चौकी प्रभारी मदनलाल गौतम द्वारा क्षेत्र के सिसवरिया गांव में दुर्गा मूर्ति एवं कलश विसर्जन स्थल पर करीब 3 दशक पूर्व के चले आ रहे दो समुदायों के मध्य विवाद को खत्म करा कर मूर्ति विसर्जन शांतिपूर्ण से संपन्न कराने के अथक प्रयास कि लोग भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं।
विदित हो कि वर्ष 1992,, 1993 में अल्पसंख्यक बहुल गांव में सिसवरिया में मूर्ति एवं कलश विसर्जन के दौरान दो समुदायों के बीच काफी विवाद हुआ था जिसमें तत्कालीन जिले के उच्च अधिकारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर किसी तरह से लोगों को समझा-बुझाकर मूर्ति विसर्जन का कार्य संपन्न कराया था। उसी समय से दो समुदायों के बीच उपजे विवाद की चिंगारी धीरे-धीरे सुलगती रही और दोनों समुदायों के त्योहारों पर हमेशा पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन को सतर्कता बरतना पड़ा। चाहे अल्पसंख्यक समुदाय के त्योहार मोहर्रम 12 वफात ईद बकरीद जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों को संपन्न कराने के लिए पुलिस को महीनों से कसरत करनी पड़ती थी। विशेषकर मोहर्रम त्योहार के दिन ताजिया कलबला पर दफन करने के लिए स्थानीय पुलिस के आवाज जिले से पुलिस व पीएसी बुलानी पड़ती थी। फिर भी दोनों समुदायों के बीच मनमुटाव बना रहता था यही हाल हिंदुओं का त्यौहार दुर्गा पूजा महोत्सव के समय मूर्ति एवं कलश विसर्जन के लिए भी स्थानीय पुलिस के अलावा भारी संख्या में पुलिस पीएससी बव के अलावा मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी लगाई जाती थी। तब जाकर मूर्ति एवं कलश विसर्जन का कार्य संपन्न होता था।
आपको बता दें कि मूर्ति एवं कलश विसर्जन स्थल व ताजिया कर्बला स्थल एक ही पोखरे पर होता है इसी बीच को लेकर के दो समुदायों के बीच विवाद होता रहा। और मुख्य त्योहारों में पुलिस को शांति व्यवस्था बनाए रखने में नाकों चने चबाने पड़ते थे। तब जाकर दोनों समुदायों का त्यौहार संपन्न होता था। इस विसर्जन स्थल पर सिसवरिया अल्लाह नगर,भुतहवा, किनकी,घरवास जोत, सहित कई गांवों से मूर्ति एवं कलश विसर्जन के लिए लोग आते हैंl
जब से मदनलाल गौतम कहोवा पुलिस चौकी का प्रभार ग्रहण किए तभी से संवेदनशील गांव सिसवरिया में दो समुदायों के बीच कर्बला स्थल व मूर्ति विसर्जन स्थल को लेकर दो समुदायों के बीच चल रहे झगड़े को समाप्त कराने के लिए अथक प्रयास किया और दोनों समुदाय के लोगों से बार-बार मिलकर उक्त समस्या को समाप्त करने के लिए लोगों से आग्रह किया।
कहोवा चौकी प्रभारी मदनलाल गौतम ने बताया कि क्षेत्राधिकारी मनकापुर संजय तलवार व मोतीगंज थाना अध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह के निर्देशन में संवेदनशील गांव सिसवरिया गांव के तीन दशक पुराने चल रहे विवाद को खत्म कराने के लिए अपने चौकी के पुलिस परिवार को साथ लेकर अथक प्रयास करके क्षेत्रीय जनता व संभ्रांत लोगों से मिलकर समस्या को हल करने का अथक प्रयास किया। उन्होंने बताया कि सिसवरिया गांव के ग्राम प्रधान डॉक्टर अनीश चौधरी व गांव के संभ्रांत लोगो से सहयोग लेकर दूसरे समुदाय के लोगों से भी मिलकर प्रयास किया गया जन सहयोग के बल पर तीन दशक पुराने चल रहे झगड़े को समाप्त कराया गया। जिसके लिए मैं (मदनलाल गौतम) व समस्त पुलिस परिवार के तरफ से क्षेत्रीय जनता को कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं जिसमें शांतिपूर्ण ढंग से त्यौहार को समाप्त कराने में सहयोग किया। उन्होंने कहा लगन व निष्पक्ष होकर तथा जन समुदाय का सहयोग लेकर कोई भी कार्य किया जाए तो बड़ा से बड़ा विवाद खत्म हो जाता है।

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