सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोंडा। रमजान के पाक महीने का बुधवार यानी आज पांचवा दिन है। रमजान के इस महीने में लोग रोजा रखते हैं। जिसमें दिन उगने से पहले भोजन किया जाता है और दिन ढलने के बाद ही कुछ खाया पीया जाता है। मुसलिम समुदाय के इस महीने में लोग अल्लाह की इबादत करते हैं। आज रमजान के रोजे का पांचवा दिन है।
रोजा रखने का कारण है खुदा में यकीन रखना और उनकी इबादत करना। रोजे के समय पांच वक्त की नमाज अदा की जाती है। मगर इस बार लॉकडाउन के चलते ये नमाज घरों पर ही पढ़ी जाएगी। सभी मुसलिम धर्म गुरुओं ने भी लोगों से अपील की है कि वो इस लॉकडाउन में बाहर ना निकलें। घर पर रहकर ही नमाज अदा करें।
वहीं रमजान के महीने में दो चीजें अहम होती हैं। पहला सहरी और दूसरा इफ्तार। सहरी दिन में सूरज निकलने से पहले किया जाता है जिसमें हर दिन सुबह तय समय पर सेहरी किया जाता है। इसके बाद पूरे दिन कुछ नहीं खाया जाता। सहरी करने को सुन्नत कहा जाता है।
वहीं दूसरी सबसे जरूरी चीज होती है इफ्तार। शाम को सूरज डूब जाने के बाद रोजेदार जब रोजा खोलते हैं तो इसे इफ्तार कहते हैं। इफ्तार को हमेशा खजूर खाकर खोला जाता है। अगर ऐसा नहीं है फिर भी इफ्तार में सबसे जरूरी खजूर ही होता है।