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मौसम के पुनः वापसी से किसान लोगों की फसलों को हुआ नुकसान। लगातार बारिश व हवा चलने से धान की फसल हुई बर्बाद।

 

अवध की आवाज,, ब्यूरो चीफ गोंडा,,विनोद कुमार सिंह,,

गोंडा। जैसा कि प्रतीत होता था कि बारिश का मौसम अब समाप्त हो चुका है लेकिन मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार अभी चार-पांच दिन कई प्रदेशों में बारिश होती रहेगी।
जैसा कि उत्तर प्रदेश के जनपद गोंडा में लगभग 3 दिन से लगातार बारिश होने से किसान की धान की फसल जो कि लगभग पक चुकी है बारिश होने वा हवा चलने से धान की फसल गिर गया । पानी भर जाने से किसान की धान फसल बर्बाद हो गई है। किसान के ऊपर इस समय कई समस्याएं उत्पन्न है जैसा कि किसान के मुख्य फसल गन्ना में भी कीड़े लग जाने से किसानों के कई एकड़ गन्ने की फसल सूख गई है। इस प्रकार से एकाएक पुनः बारिश होने से किसान लोग हतोत्साहित व परेशान हैं। आप लोगों को बताते चलें कि एक तो इस समय डीजल, पेट्रोल की बढ़ती कीमत से आम आदमी व किसान परेशान है उसके पश्चात लगातार बारिश होने से धान की फसल काटने के समय भी बारिश हो जाने से धान बिल्कुल बर्बाद हो गया और किसान की गाढ़ी कमाई मिट्टी मिट्टी हो गई। इस प्रकार से सरकार को किसान की फसल जो इस समय धान के रूप में लगभग पक चुकी है बारिश हो जाने से वह तेज हवा चलने से धान गिर गया अर्थात धान की फसल गिर गई इस बारे में किसान को कुछ मुआवजा या प्रोत्साहन राशि देना चाहिए जिससे किसान अपना जीवन किसी तरह व्यतीत कर सकें। वैसे इस बार धान की फसल क्यों की मौसम ने अच्छा साथ दिया था धान की फसल अच्छी रही थी लेकिन यह लगातार बारिश और तेज हवा के चलने से धान की फसल गिर गई और किसान की उम्मीद मिट्टी में मिल गया। आबादी का लगभग 70 परसेंट किसान लोगो की आबादी है लेकिन आए दिन किसी न किसी आपदा से किसान परेशान होने के कारण उन्नत के पथ पर नहीं अग्रसर हो पा रहे हैं।
जनपद गोंडा में लगभग 70 से 80 पर सेंट गन्ने की फसल रोग लगने से बर्बाद हो गई है किसान गन्ने की फसल से ही अपने बाल बच्चों की पढ़ाई ,, लिखाई वा शादी आदि अति महत्वपूर्ण कार्यों का पूरा करता है वही इस तरह से गन्ना भी गिर जाने से किसान लोग हर तरफ से परेशान हैं।
ब्लॉक मनकापुर के हरना टायर क्षेत्र के प्रधान पति अमरनाथ तिवारी ने बताया कि लगातार बारिश होने की वजह से तथा हवा चलने से किसानों के धान की फसल गिरकर बर्बाद हो गई है। इस प्रकार से धान की फसल हवा चलने से तथा गन्ने की फसल भी गिर गई है। एक तो कीड़ा लगने से गन्ने की फसल लगभग 70 परसेंट सूख गई उसके बाद हवा और बारिश से गन्ने की फसल गिर गई है। जिला प्रशासन को किसानों के इस परेशानी का निराकरण का प्रयास करना चाहिए जिससे किसान अपने बाल बच्चों का पालन पोषण कर सकें।

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