गोण्डा। जैसा कि इस समय चुनाव का माहौल चल रहा है इसी दृष्टि निकाय चुनाव में पर्चा दाखिले के बाद अब मतदाताओं को लुभाने की दौड़ शुरू हो चुकी है अध्यक्ष पद के प्रत्याशी व सभासद पद के प्रत्याशी सुबह शाम वोटरों के घर जाकर उनसे अपने पक्ष में मत देने के लिए निवेदन करते नजर आ रहे हैं । वहीं भीषण गर्मी व तपिस के बीच चुनावी पारा भी चढ़ चुका है । प्रत्याशी वादों के साथ लोगों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। तो वहीं मतदाता भी अब प्रत्याशियों से कहीं अधिक जागरूक हो चुके हैं और वे सभी प्रत्याशियों से उन्हें ही वोट देने की बात कह रहे हैं, जबकि यह सब जानते हैं कि वोट किसी एक को ही मिलेगा। इस तरह से आप लोगों को बताते चलें कि कुछ मतदाता ऐसे भी हैं जिनके घर में मतदाताओं की संख्या ज्यादा है उनका मान मनौव्वल तेजी पर है। जो भी हो सभी अपनी जीत का मजबूत दावा कर रहे हैं। निकाय चुनाव की तिथि जैसे – जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे- वैसे चुनावी सरगर्मियों के मौसम का पारा भी चढ़ता जा रहा है। वर्तमान विधायक और सांसद एड़ी चोटी का जोर लगाकर अपने प्रत्याशी को जिताने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं, छोटी – छोटी जनसभाएं कर रहे हैं तो वही पूर्व मंत्री भी दमखम के साथ अपनी पार्टी के प्रत्याशी को जिताने के लिये नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं। स्थानीय विधायक डोर टू डोर संपर्क कर लोगों से पार्टी प्रत्याशी को जिताने की अपील कर रहे हैं तो पूर्व मंत्री भी गणित का हर फार्मूला लगाकर जोड़ तोड़ में जुटे हैं। करनैलगंज का यह निकाय चुनाव आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के साथ ही अन्य चुनावो के दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है यह चुनाव आगामी राजनीतिक समीकरण की रूपरेखा तय करेगा। वैसे तो समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के घर में बीते कई कार्यकाल से अध्यक्ष पद की कुर्सी रही है तो वहीं उनके कड़े प्रतिद्वंदी माने जा रहे भाजपा प्रत्याशी के लिए भी नगर चेयरमैन की कुर्सी पर काबिज रहे हैं। अब देखना यह कि नगर की जनता किसे सिर बिठाती है और कौन बाजी मारता है। इस बार नए परिसीमन के बाद बड़े क्षेत्र व बड़ी मतदाताओं की संख्या भी चुनावी समीकरण में अहम मानी जा रही है। हर एक व्यक्ति अपने जीतने का प्रयास कर रहा है देखें सफलता किसको मिलती हैं।