गोंडा। किसान ने बताया कि हमारे लोगों का लगभग सैकड़ों बीघा धान और गन्ना की फसल अत्यधिक पानी निकास न होने के कारण किसान लोग हैं परेशान, जबकि किसान ने कहा हम लोगों का नाला से पानी निकल सकता है लेकिन यह मछली मारने वाले रात को नाले को बांध करके मछली मारते हैं जिससे हमारे क्षेत्र का पानी नाले से नहीं निकल पाता पानी न निकलने से हम लोगों की पूरी तरह धान और गन्ने की फसल बर्बाद हो रही है। फसल के पास से नाला है लेकिन यह लोग मछली मारने के लिए नाले को बंद कर देते हैं जिससे पानी का निकास न होने के कारण हम लोगों का गन्ना का खेत और धान का खेत बर्बाद हो जाता है। इसका भरपाई कौन करेगा। ग्राम सभा हारहवा के मजरा कोठिया के कुर्मी लोग मछली मारने के उद्देश्य से इस नाले को बंद कर देते हैं जिससे पानी का निकास बंद हो जाने के कारण किसानों का सैकड़ों बीघा धान वा गन्ने का खेत बिल्कुल जलमग्न हो जाने के कारण बर्बाद हो जाता है। मना करने पर भी लोग नहीं मानते हैं और लड़ाई पर उतारू हो जाते हैं। इसकी जानकारी राकेश मौर्या, मन्नू कश्यप ,, अमरनाथ कश्यप, रामचरण कश्यप रामशरण कश्यप आदि लोगों के मना करने पर भी यह वर्मा लोग अपनी हरकत से बाज नहीं आते हैं। जबकि शासन का आदेश भी है कि मछली को तालाब से नहीं मारा जा सकता है लेकिन यह लोग शासन के आदेशों का भी नहीं कर रहे हैं पालन और दिनदहाड़े या रात में यह लोग नाला को बांध लेते हैं जिससे पानी का निकास बंद हो जाता है और ग्रामीण लोगों का लगभग सैकड़ों बीघा गन्ने का खेत और धान का खेत जलमग्न हो गया है। किसान बहुत है परेशान। रामशरण कश्यप और लोगों ने बताया कि गुलाबचंद पुत्र कोदई वर्मा निवासी कोठिया मजरा,, यह लोग रात के अंधेरे में नाले को बांधकर के धड़ल्ले से मार रहे हैं मछली। इन लोगों का न प्रशासन का डर है और ना ही यह जो हमारे ग्रामीण किसान का इतना बड़ा खेतवाड़ी बर्बाद हो रहा है। गन्ने और धान पानी का निकल जाता तो किसान लोगों की फसल बर्बाद नहीं ना होती। फिर भी किसान का इतने बड़े हानि का भरपाई कौन करेगा यह लोग जो नुकसान पहुंचा रहे हैं या शासन-प्रशासन।
Home > पूर्वी उ०प्र० > गोंडा > ग्राम पंचायत हरहवा क्षेत्र के कोठिया मजरे के लगभग 200 किसानों का कई एकड़ खेत नाला के बांधने से होता है बर्बाद।