सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोंडा । मुजेहना विकास खण्ड के ग्राम पंचायत रुद्रगढ़ नौसी में स्थित प्रदेश की प्रथम माॅडल गौआश्रय केंद्र में सोमवार को चार मवेशी मृत एवं एक गाय गम्भीर रूप से घायव अवस्था में पड़ी मिली।बतादें कि मौके पर आश्रय केंद्र में कोई भी कर्मचारी मौजूद नही मिला।आस पास के लोगों से पता करने पर जानकारी मिली की देखरेख कर रहे लोग हड़ताल किए हुए हैं।
ऐसे में सवाल उठता है की एक ही दिन में चार,पांच पशुओं के मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा,क्या जनपद में तैनात अधिकारियों के बस की बात नही की आश्रय केंद्रों के संचालन की ब्यवस्था को सुधार सकें,यदि नही तो केन्द्रो में कैद करके गायों की हत्या किये जाने का पाप क्यों किया जा रहा है। एक बात तो तय है की अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के चलते सरकार की छवि धूमिल हो रही है साथ जन मानस में सरकार के प्रति आक्रोश की भावना जागृत करने का कार्य किया जा रहा है।इस आश्रय केंद्र में पशुओं की मौत की खबरे सर्वाधिक सामने आई हैं।उसके बावजूद भी वही लोग जिनकी लापरवाही से मौतें हुयी अथवा निरन्तर हो रही हैं उन पर ना तो कार्यवाही का हन्टर चला और ना ही दूसरे लोगों को देखरेख के लिए नियुक्त किया गया।कुल मिलाकर इस दर्दनाक स्थिति का जिम्मेदार कौन है ये जिम्मेदार अधिकारी कैसे तय करेंगे ये सवाल आज तक एक सवाल ही बना है।