जिला संवाददाता विनोद कुमार सिंह,
गोंडा। हथियागढ़ से खोड़ारे को जाने वाली सड़क पर पता ही नहीं चलता की गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गड्ढा मुक्त करने का लाख दावा करें लेकिन जमीनी हालात नहीं सुधर रहे हैं कई जगह सड़क का निर्माण भी हुआ लेकिन मानक के अनुरूप निर्माण न होने के कारण जगह-जगह सड़क में गड्ढे हो गए और कई जगह अभी भी गड्ढे पर गिट्टी भी नहीं पढ़ पाई है कहते हैं कि गांव की तरक्की सड़कों से होकर गुजरती है,यहां तो गांवो की सड़कें अपनी बदहाली की शिकार हैं। खोड़ारे केशव नगर ग्रांट,मोकलपुर से होकर हथियागढ़ सहित कई गांव को जोड़ने वाली सड़क का हाल कुछ ऐसा है कि जरा भी चूके तो कोई भी अनुभव नहीं घटना अथवा खतरा बना रहता है,सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं और बारिश से गड्ढा युक्त सड़क मे पानी भर गया है बारिश के बाद सड़क पर पानी भरा रहता है जिससे गड्ढे नहीं दिखाई पड़ते है। रात में इस सड़क पर चलना किसी मुसीबत से कम नहीं है,ऐसे में सबसे अधिक परेशानी वाहन चालकों को होती है। अंधेरे में कई बार हादसे का शिकार भी हो चुके हैं राहगीर,सरकार ने सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का खूब ढीढोरा पीट रही है,कहीं यह दावे पूरे हुए और कई कागजों में ही सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिखा दिया गया,शासन की मंशा भले ही सड़कों को गड्ढा मुक्त कराने की हो लेकिन यहां पूरी होती नहीं दिख रही है लोगों का कहना है कि पूरी सड़क पर यह भी समझ नहीं आता कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क बनी हुई है सड़क पर बड़े वाहनों का चलना तो दूर,छोटे वाहन भी सही से नहीं चल पाते हैं।