Home > पूर्वी उ०प्र० > सिलेंडर फटने से एक ही परिवार के 6 लोग घायल एवम जले

सिलेंडर फटने से एक ही परिवार के 6 लोग घायल एवम जले

​सिलिंडर में पहले से था लिकेज, एजेंसी की दी गई थी सूचना
गम्भीरावस्था में तीन गोरखपुर रेफर

बिल्थरारोड (बलिया)। स्थानीय नगर के रेलवे स्टेशन रोड  वार्ड सं. सात में निवर्तमान सभासद रिंकी वर्मा के आवास पर गुरुवार की सुबह पौने नौ बजे के आसपास अचानक घरेलू गैस सिलेंडर फट गया. आग के बवंडर के बीच घर में मौजूद निवर्तमान सभासद रिंकी वर्मा समेत सात लोग बुरी तरह झुलस गए.

तत्काल नगरवासियों ने  तत्परता दिखाते हुए आग पर काबू पाया. सभी घायलों को सीयर सीएचसी पर भर्ती कराया गया. घायलों में निवर्तमान सभासद रिंकी वर्मा (35), सुशीला देवी (65), सोनी वर्मा (28), शशिभूषण वर्मा (40), दीपू वर्मा (30), सत्यम कुमार (7) व शिवांगी कुमारी (10) गंभीर रुप से झुलस गए. जिन्हें सीयर सीएचसी पर प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया. घायलों में सुशीला देवी, शशिभूषण वर्मा व दीपू वर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है. उक्त हादसे के दौरान आग के तेज बवंडर व विस्फोट से दूसरे तल्ले की जालीदार खिड़की व मकान का छज्जा टूटकर दूर जा गिरा. जिससे मुहल्ले में हड़कंप मच गया. जबकि घर में चीख-पुकार मच गई. मुन्ना सोनी, राजू मद्धेशिया, गोरख जायसवाल गुड्डू, अशोक कन्नौजिया, मुकेश गुप्ता समेत आसपास के मुहल्लेवासियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया. इधर घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल पर नगरवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी. चिकित्सक डा. जीपी चौधरी, डा. तनवीर आदि ने तत्काल प्राथमिक उपचार किया. अस्पताल पर नगरवासियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए तत्काल चौकी इंचार्ज पीके उपाध्याय ने मोर्चा संभाल लिया और एक-एक एम्बुलेंस व प्राइवेट वाहन से सभी घायलों को गोरखपुर अस्पताल भेजा गया. घटना मकान के दूसरे तत्ले पर हुई थी. जहां शशिभूषण वर्मा व उनके भाई वेदभूषण का परिवार अपनी मां सुशीला संग रहता है. जिनका किचन अलग-अलग है. जबकि तीसरे तल्ले पर निवर्तमान सभासद प्रतिनिधि पिक्की वर्मा का परिवार रहता है. किंतु घटना के समय पिक्की वर्मा के बाहर होने के कारण उनकी पत्नी व निवर्तमान सभासद रिंकी वर्मा भी दूसरे तल्ले पर ही घरेलू कार्य में व्यस्त थी. शशिभूषण के गैस सिलेंडर में रिसाव था. जिसे दुरुस्त करने के लिए शशि ने अपने मुहल्ले के ही निवासी एवं एचपी गैस एजेंसी के सहयोगी संचालक दीपू वर्मा को साथ लेते गए. वे अभी गैस की लिकेज ठीक ही कर रहे थे कि सिलेंडर में तेज लिकेज से पूरा कमरा एलपीजी गैस से भर गया. इस बीच दूसरे कमरे में जल रहे गैस की आग के संपर्क में आ गया और आग का तेज बवंडर पूरे कमरे में फैल गया. जिसके विस्फोट से कमरे की दीवारें व खिड़कियां तक टूटकर नीचे जा गिरा. हादसे में कमरे में मौजूद सभी सात लोग झुलस गए.

पहले से था गैस सिलेंडर में लिकेज

शशिभूषण के किचन में खाना बनाने की तैयारी चल रही थी. किंतु उनके घरेलू सिलेंडर में लिकेज के कारण काम ठप था. जिसकी सूचना वे बुधवार की शाम भी दीपू गैस एजेंसी को दिए थे. बावजूद गुरुवार की सुबह वे उसी सिलेंडर से खाना बनाने की तैयारी हो रही थी. इसके लिए शशिभूषण ने स्वयं सिलेंडर के लिकेज दुरुस्त करने के लिए दीपू को लेकर अपने कमरे में पहुंचे और महज दस मिनट में ही लिकेज दुरुस्त करने का प्रयास बड़े हादसे में बदल गया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *