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गर्भवती व प्रसूताओं के लिए वरदान बना ‘‘सेफ डिलेवरी एप

बलरामपुर | 20 मई। जिले में महिला चिकित्सकों के साथ-साथ स्टाफ नर्स और एएनएम को भी सुरक्षित प्रसव कराने की बारीकियां की जानकारी एक एप से मिल रही है। इसके लिए पूर्व में स्वास्थ्य विभाग ने सेफ डिलीवरी एप लांच किया है। इससे माध्यम से जिले की सभी स्टाफ नर्स और एएनएम को ट्रेनिंग देकर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस एप में गर्भावस्था और प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं के उपचार का सरल तरीका एनिमेटेड फिल्मों के जरिए बताया गया है। डा. घनश्याम सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सोमवार को बताया कि शासन द्वारा भेजी गई गाइड लाइन के तहत समय समय पर जिला अस्पताल से लेकर सभी सीएचसी व पीएचसी में स्टाफ नर्स और एएनएम को ट्रेनिंग दी जाती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश निदेशक पंकज कुमार ने प्रदेश के सभी मंडलीय अपर निदेशक, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी करके इस एप का उपयोग अपने-अपने जिले की सभी स्वास्थ्य इकाइयों में करने के लिए सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है। पत्र में कहा गया है कि सेफ डिलिवरी एप एक नवीनतम स्वास्थ्य उपकरण है। सेफ डिलिवरी एप के माध्यम से स्वास्थ्य इकाइयों में काम करने वाली स्टाफ नर्स और एएनएम का प्रसव संबंधी क्लीनिकल स्किल अपडेट किया जा सकेगा। स्वास्थ्य कार्यकर्ता इस एप को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से उपयोग कर सकते हैं। प्रदेश की समस्त चिकित्सा इकाइयों के प्रसव कक्ष एवं मैटरनिटी ओटी में कार्यरत स्टाफ नर्स व एएनएम और चिकित्सा अधिकारियों द्वारा इतनी सारी खूबियों वाले इस एप का उपयोग सुनिश्चित कराये जाने पर पूरा जोर दिया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी शिवेन्द्र मणि ने बताया कि यह एप सभी एएनएम व स्टाफ नर्स के साथ-साथ लेबर रूम में कार्यरत महिला कर्मियों को मोबाइल फोन में डाउनलोड करवाया गया है। जिले में अब तक करीब 675 जटिल प्रसव में इसका सफल उपयोग किया जा चुका है। एएनएम व स्टाफ नर्स को समय समय पर ट्रेनिंग भी दी जा रही है जिससे वह एप का सही ढंग से इस्तेमाल कर सकें।

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