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स्त्री का श्रृंगार उसका चरित्र व घूघट होता है-बसन्त यादव

बलिया बिल्थरारोड। मानव शरीर में स्पंद करती जीवात्मा अपना समय पूरा होते ही वह महान आत्मा इस नश्वर शरीर से निकलकर अपने प्रीतम के घर चली जाती है।जबकि हम आप इस मोह माया की दुनिया मे उलझे रहते है।
उक्त उदगार क्षेत्र के जीउत पुरा गांव के एस पी इंटर कॉलेज के प्रांगण में अपनी माता स्वर्गीय फुलपति देवी की द्वितीय पुण्यतिथि पर बसंत यादव उपस्थित जनसमूह को उदबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि माँ हमेशा हमलोगों से कहा करती थी कि स्त्रियों का शृंगार उसका घूघट व चरित्र होता है। क्योंकि माँ परिवार की एक नारी स्वरूपा देवी होती है जो अपने चाल चलन चिंतन के द्वारा जन्म दिए बच्चो को जैसे चाहे वैसा बना कर एक परिवार सहित समाज का निर्माण करने में योगदान करती है।उन्होंने मन के बारे में ब्यक्त करते हुये कहा कि मन इतना चंचल है कि जीवात्मा को स्थिर नही होने देता उसे हमेशा इधर उधर भटकता रहता है क्योंकि इस मन को माया पूर्ण रूप अपने बस में कर लेती है।और उसी के बस में भटकता हुआ मानव दुनिया को छोड़ के चला जाता है जबकि जो मनुष्य रूपी मन को अपने बस में करते जीवात्मा के घाट पर उतारकर कमाई कर देता है उसे हमेशा के लिए जन्म जन्मांतर के चक्कर से उसे मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने कहा कि महान आत्माओ की पुण्यतिथि मनायी जाती है जिसे समाज को उससे नसीहत मिलती है। इस मौके पर पूर्व विधायक जय प्रकाश अंचल
शम्भूनाथ आचार्य,ध्रुव यादव,पंकज मिश्रा प्रधान,योगेश प्रजापति,रवि प्रजापति,हरिंद्र पहलवान,अरविंद ठाकुर प्रबंधक,हरिंद्र ,राजनाथ यादव जिला पंचायत सदस्य,राधेश्याम यादव,विनोद फौजी,मनोज कनौजिया पूर्व जिला पंचायत सदस्य,रमाकांत यादव,वंशीधर यादव,रामाश्रय यादव पूर्व प्रधान,वीरबहादुर यादव,उमाशंकर यादव,रामाधार यादव प्रधान,इरफान अहमद विधानसभा अध्यक्ष ,मोतीचंद यादव पूर्व प्रधान,अनिल यादव क्षेत्र पंचायत सदस्य,एकराम यादव,राजा राम यादव,धर्मेंद्र यादव आदि थे।
रिपोर्टर संजीव उर्फ उमेश बाबा ब्यूरो बलिया

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