अंबिकानंद त्रिपाठी
अयोध्या। ठेकेदार सोनू सिंह की मौत का कारण पुलिस उन्हीं के करीबियों में तलाश रही है। चार दिन से चल रही जांच में हत्या और आत्महत्या को लेकर तस्वीर स्पष्ट नहीं हो सकी है। मृतक के निजी व व्यवसायिक जीवन से जुड़े करीबियों पर ही पुलिस की जांच केंद्रित होती जा रही है।
घटनास्थल पर मिली रिवाल्वर चोरी की निकलने के बाद जांच का दायरा बढ़ गया है। तारुन के रहने व्यक्ति का चार साल पहले चोरी हुआ रिवाल्वर वारदात में प्रयुक्त हुआ है, जिसका रहस्य सुलझाना पुलिस के लिए नई चुनौती बन गया है। घटना के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए पुलिस रिवाल्वर के कमरे तक पहुंचे का रहस्य सुलझा रही है। माना जा रहा है कि जिस दिन ये गुत्थी सुलझ गई उसी दिन घटना का रहस्योद्घाटन भी हो जाएगा। चौकाने वाली नई सच्चाई सामने आ सकती है।
हालाकि इस घटना में काफी कुछ फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट भी तय करेगी। फॉरेंसिक टीम अपनी जांच कर लखनऊ वापस हो चुकी है। वैज्ञानिक ढंग से टीम ने घटनास्थल से कई साक्ष्य संकलित किए हैं, जो इस वारदात से पर्दा उठाने में कारगर साबित होंगे। बीकापुर कोतवाली क्षेत्र के बैंतीकला निवासी ठेकेदार अजय प्रताप सिंह उर्फ सोनू की गत 22 दिसंबर को गोली लगने से मौत हो गई थी। उनका शव कैंट थाना क्षेत्र की कौशलपुरी कॉलोनी स्थित आवास पर मिला था। मृतक के परिजनों ने इस मामले में गोसाईंगंज विधायक इंद्रप्रताप तिवारी खब्बू व अज्ञात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि कई टीमें जांच में लगी है। कुछ सुराग मिले हैं, जिनका परीक्षण करने के उपरांत ही कुछ कहा सकता है।