इकबाल खान
बलरामपुर ।मोहम्मद इमरान हत्या काण्ड खुलासे को लेकर मृतक के पिता ने पुलिस की कार्यशैली पर कई प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा है कि स्थानीय पुलिस नें अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए अस्ल हत्यारों को बचाने की नीयत से और पुलिस अधीक्षक को गुमराह कर के सुनियोजित ढंग से हत्या का खुलासा कराया है जिसे हत्यारा बता कर पुलिस ने जेल भेजा है वह षड़यंत्र में शामिल तो हो सकता है मगर अस्ल हत्यारा नहीं है बल्कि असली हत्यारे तो खुले घूम रहे हैं।
मृतक के पिता अब्दुल क़दीर खां नें जहाँ संवाददाता से बात करते हुए पुलिस की कार्यशैली पर कई प्रश्न चिन्ह लगाए हैं वहीं एसपी अमित कुमार को लिखित प्रार्थना पत्र देकर इंसाफ़ की भी गोहार लगाई है।आरोपो की मानें तो मृतक परिवार एंव पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में जेल भेजे गए आरोपी ने पुलिस हिरासत के दौरान ही दो हत्यारों का नाम बताते हुए कहा था कि हत्या के समय घटना स्थल से भाग रहे दो हत्यारों को उसने पहचाना है। मगर एसओ तुलसीपुर नें अपने अधिकारियों को गुमराह करते हुए जेल भेजे गए आरोपी को ही अपशब्द कहते हुए कहा कि यह फ़र्ज़ी लोगों का नाम लेकर उन्हें फ़साना चाहता है।मृतक परिवार का यह भी आरोप है कि पुलिस कस्टडी के ही समय जिन दो लोगों का नाम जेल भेजे गए नौकर नें हत्यारों के तौर पर पुलिस को बताए थे वह वही लोग हैं जिन पाँच लोगों के नाम सीओ तुलसीपुर को मृतक के पिता ने लिख कर दिए थे और बेटे की हत्या इन्हीं लोगों द्वारा किए जाने की आशंका व्यक्त की थी मगर इसके बावजूद जाँच कर रही पुलिस नें साक्ष्यों के बाद भी खुले घूम रहे उन लोगों से पूछताछ करने की भी आवश्यकता नहीं समझी और इतनी गंभीर घटना को दबाने का प्रयास किया।
अगर मृतक परिवार के आरोपों की मानें तो थाना इंचार्ज तुलसीपुर एस के त्रिपाठी और उनके एक सहयोगी पुलिस कर्मी की भूमिका पूरी तरह संदिग्ध है जिन्हों नें असली हत्यारों से मिलकर उन्हें बचाने के लिए व्यक्तिगत लाभ हासिल कर के ना सिर्फ जाँच टीम को गुमराह किया बल्कि अपने मुखिया एसपी को भी भ्रम में रख कर सुनियोजित ढंग से षड़यंत्र के तहत आधा अधूरा खुलासा कराने में भी कामियाबी हासिल कर ली जिसकी वजह से अब पुलिस के खुलासे को लेकर तथा हत्या काण्ड की जाँच में पुलिस की भूमिका को लेकर भी जन चर्चा ज़ोरों पर है। दूसरी तरफ़ मृतक के पिता नें यह भी कहा कि उन्हें एसपी अमित कुमार पर पूरा भरोसा है और एसपी नें आश्वासन भी दिया है कि पूरी घटना की जाँच वह अपनी निगरानी में आगे कराएं गे सभी तथ्यों पर उनकी निगाह बनी रहे गी और इंसाफ़ भी दिलाया जाए गा जो भी व्यक्ति आगे की जाँच में दोषी पाया गया उसके विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करने की बात भी कही है।मृतक के पिता जहाँ हत्या की जाँच कर रही पुलिस से असंतुष्ट नज़र आए वहीं उन्हें पुलिस अधीक्षक अमित कुमार पर आज भी पूरा भरोसा है।