मधुबन, मऊ। स्थानीय तहसील क्षेत्र के मधुबन-बेल्थरारोड़ मार्ग स्थित ढ़ड़वल गांव के प्राथमिक विद्यालय के समीप सोमवार की रात लगभग बारह बजे अवैध रूप से सफेद बालू लेकर आ रही ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पलट गया। ट्रैक्टर पर सवार मजदूर की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि दुबारी के विग्रहपुर गांव निवासी शिवप्रकाश उपाध्याय उर्फ पप्पू उपाध्याय पुत्र शिवशंकर उपाध्याय का ट्रैक्टर- ट्राली था। जिस पर रामपुकार गौड़ (35) पुत्र स्व. मटर निवासी कौड़ीपुर नामक व्यक्ति रहता था। आए दिन की तरह वह सोमवार की सुबह ट्रैक्टर-ट्राली पर सवार होकर शिवप्रकाश उपाध्याय उर्फ पप्पू उपाध्याय के घर से निकला था। लोगों की मानें तो परसिया देवारा से सोमवार की रात को लेकर मर्यादपुर होते हुए मधुबन आ रहा था। प्राथमिक विद्यालय ढ़ड़वल के समीप जैसे ही पहुंचा कि ट्रैकटर अनियंत्रित होकर खाईं में पलट गया। जिसमें दबकर रामपुकार गोंड की मौके पर ही मौत हो गई। इनकी पत्नी शैदु देवी (32) ने बताया कि परिवार का अकेला कर्ताधर्ता व्यक्ति था। उसी के बल पर सभी का भरण-पोषण था। आय का साधन मात्र मजदूरी था। हमारे दो बच्चे प्रीतम (7), प्रेमचंद(3) व अपनी बुढ़ी माँ को छोड़कर चल बसा। हमारे आय का स्रोत भी खत्म हो गया। इनकी मौत की खबर परिवार को चला तो आवाक हो गए। क्षेत्र के लोगों में इसको लेकर आक्रोश व्याप्त है। लोगों का कहना है कि पुलिस व तहसील प्रशासन की शह पर अगर बालू खनन का कारोबार नहीं होता तो आज इस तरह का दिन देखने को नहीं मिलता। मृतक की पत्नी समेत मासूम बच्चों के भरण-पोषण को लेकर कोई जवाब नहीं दे पा रहा है। ग्राम प्रधान रंजना सिंह के नेत्रृत्व में दर्जनों लोग मधुबन थाने पर आये मुकदमा लिखकर उचित मुवावजा कि मांग की। वहीं ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि चन्द्रमणि यादव ने कहा कि पुलिस संरक्षण में हो रहे अवैध बालू खनन को रोका जाए और मुकदमा लिख कर मृतक परिवार को उचित मुवावजा दिलाने की मांग किया।