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मा0 प्रधानमंत्री ने उ0प्र0 राज्य से चयनित जनपद के किसा अरविंद निषाद से की वार्ताः

अवध की आवाज मा0 प्रधानमंत्री ने प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि बटन दबाकर, एक साथ किसानों के बैंक खातों में अमुक्त की:

*मा0 प्रधानमंत्री जी ने कृषकों का किया उत्साहवर्धनः*

*कृषक उत्पादक संघ बनाकर जैविक खेती से जुड़कर खाद्यान्न फसलों का, फल एवं सब्जियों का उत्पादन कर अधिक से अधिक करें लाभ प्राप्तः*

उन्नाव । (सू0वि0): आपदा की इस घड़ी में आज मा0 प्रधानमंत्री श्री दामोदरदास नरेन्द्र सिंह मोदी जी ने देश के किसानों को अप्रैल से जुलाई के मध्य वितरित की जाने वाली प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि की धनराशि बटन दबाकर, एक साथ उनके बैंक खातों में अमुक्त कर दी है। आज कुल 20,000 करोड़ से अधिक की धनराशि देश के किसानों को अमुक्त की गई है, जिसमें से प्रदेश के किसानों को 5,230 करोड़ से अधिक की धनराशि प्राप्त हुई है, जो पूरे देश में वितरित धनराशि के 26 प्रतिशत से अधिक है। इस प्रकार देश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान की धनराशि सबसे अधिक उत्तर प्रदेश के किसानों को प्राप्त हुई है।
*मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा 06 राज्यों के चुने गये प्रगतिशील किसानों से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर वीडियो काॅन्फ्रेन्स के माध्यम से सीधा संवाद किया गया*, जिसमें *उत्तर प्रदेश राज्य से जनपद उन्नाव के विकासखंड सि0 सिरोसी के रौतापुर ग्राम के किसान श्री अरविंद निषाद से यूपी डास्क एवं कृषि विभाग द्वारा संचालित नमामि गंगे योजना के तहत जैविक खेती के बारे में जानकारी ली*, जिसपर श्री अरविंद निषाद द्वारा बताया गया कि स्नातक की पढ़ाई पूर्ण करने के उपरान्त जैविक खेती की ट्रेनिंग ली, जिसमें जीवामृत, घनजीवामृत बनाना सीखा, पिछले डेढ़ साल में अरविन्द ने जैविक विधि से खेती करके काला नमक प्रजाति का चावल, गेंहू, तिल, मंूगफली, खरबूजा, तरबूज, पपीता की फसल तैयार की तथा नमामि गंगे जैविक कृषक नाम से समूह गठित करके किसानों को जोड़ा। कृषकों द्वारा किसी भी प्रकार के रासायनिक उर्वरक, दवाइयों का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है बल्कि इसकी जगह देशी गाय का गोबर, गौमूत्र, बीजामृत, जीवामृत, घनजीवामृत, आग्नेयशास्त्र बनाकर फसलों को पोषण दिया जा रहा है और कीटाणु और बीमारियों से फसल सुरक्षा भी की जा रही है। भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए ढैंचा की हरी खाद और वर्मी कम्पोस्ट खाद का भी प्रयोग किया जा रहा है। कोरोना जैसी महामारी में जैविक खेती उत्पादन स्वास्थ्य के लिए बेहद लोकप्रिय और लाभप्रद है जिससे किसानों को उनकी जैविक फसल उत्पाद का 15-20 प्रतिशत अधिक मूल्य भी प्राप्त हो रहा है। मा0 प्रधानमंत्री जी ने कृषक श्री अरविंद की प्रशंसा करते हुये कहा कि इतनी पढ़ाई करने व सीमित भूमि होने के बावजूद भी आप द्वारा कृषि क्षेत्र में अपना योगदान बढ़-चढ़ कर किया जा रहा है, जो कि अत्यन्त सराहनीय है। *माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव करते हुये आप अन्य किसानों को भी जैविक खेती करने हेतु प्रेरित करें।*
मा0 प्रधानमंत्री जी ने किसानों द्वारा किए जा रहे कार्यों को वर्तमान समय व परिवेश में जनमानस के लिए अत्यंत उपयोगी बताया और किसानों से कहा कि कृषक उत्पादक संघ बनाकर जैविक खेती से जुड़कर खाद्यान्न फसलों का, फल एवं सब्जियों का उत्पादन कर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
मा0 प्रधानमंत्री जी ने वार्ता करते हुये कहा कि सभी किसान साथियों से यह चर्चा अपने आप में एक नई उम्मीद जगाती है, नया विश्वास पैदा करती है। जैविक खेती को बढ़ावा देना ही हमारा प्रयास रहना चाहिये, इसमें किसानों की लागत भी कम होती है और किसानों को उपज की कीमत अधिक मिलती है। उन्होंने समस्त किसानों को ईद, परशुराम जयन्ती व अक्षय तृतीया की मुबारकबाद भी दी।
मा0 प्रधानमंत्री जी से एन0आई0सी0 उन्नाव में वीडियो काॅन्फ्रेन्स कार्यक्रम के दौरान किसान श्री अरविंद निषाद, जिलाधिकारी श्री रवीन्द्र कुमार, उप कृषि निदेशक डा0 नन्द किशोर सहित समस्त सम्बन्धित उपस्थित रहे।
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