लखनऊ/ प्रतापगढ़ । पूर्व कैबीनेट मंत्री और दबंग विधायक राजा भईया की दबंगई के आगे सरकारें मौन रहती है । मामला चाहे जितना संगीन हो पर जिस सर पर राजा भईया का हाथ रहता है वो कभी गमगीन नहीं हो सकता है । ऐसा ही एक मामला प्रतापगढ़ के थाना संग्राम गढ़ है जहॉ दीपावली के दिन राजा भईया के वह्रदहस्तधारियों ने सरेआम एक घर का चिराग बुझा दिया । ऐन दीपावली के दिन हुई सनसनीखेज वारदात वीरेन्द्र कुमार मिश्रा के घर पर घटी जहॉ रात को शातिर अपराधी अनूप सिंह स्कार्पियो से अपने हथियारबन्द साथियों के साथ पहुंचा और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसमें वीरेन्द्र की बेटी आराधना की अॉख पर सीधी गोली लगी और आराधना के दुधमुहें बेटे वीर सिंह की मौके पर मृत्यु हो गयी । संगीन वारदात की नामजद रिपोर्ट संगीन धाराओं में 30 अक्टूबर को लिखी गयी पर नतीजा सिफर रहा । राजा भईया का आदमी होने के कारण पहले से दो दर्जनों से अधिक अपराधों में वांछित चल रहे शातिर अपराधी अनूप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार तो किया पर स्कार्पियो गाड़ी बरामद नहीं की और हत्या में प्रयुक्त बन्दूक की जगह कट्टा दिखा कर आरोपियों को बचाने का पूरा प्रयास प्रतापगढ़ पुलिस ने किया । खूंखार अपराधी खुलेआम घूम रहे है और पीड़ित परिवार को धमका कर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे है । अस्पताल में मौत की घडियां गिन रही बेटी और छाती पर नाती की मौत का दर्द लिये बूढ़ा वीरेन्द्र राजधानी में दर दर की ठोकरे खा कर इन्साफ की बाट जोह रहा है । वीरेन्द्र ने पुलिस के आला अधिकारियों को प्रार्थनापत्र दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाने के लिये किसी अन्य जनपद के सक्षम अधिकारी को जांच सौंपी जाये और मुकदमा चलने के दौरान अपराधियों को जेल भेजा जाये । आरोपी अनूप सिंह अवैध शराब, अवैध गुटका फैक्ट्री और अवैध असलहों के निर्माण में पहले ही जेल जा चुका है इसलिये स्थिति और गंभीर हो जाती है ।