म्योरपुर | म्योरपुर वन निगम की बड़ी आय का जरिया कही जाने वाली तेंदूपत्ता तुड़ान को मंगलवार को झटका लगा है।गैर राज्यों समेत तमाम दूसरी ग्राम पंचायतों से तेंदूपत्ता तुड़ान को आए श्रमिकों को रनटोला की निगरानी टीम ने खुले में शौच से रोक दिया।उन्होंने कहा कि पत्ती तुड़ान करना है तो शौचालयों का इस्तेमाल करें वरना पत्ती तुडान बंद करें।सार्वजनिक शौचालय नहीं होने से श्रमिक पशोपेश में है। म्योरपुर विकास खंड की रनटोला ग्राम पंचायत में मंगलवार को निगरानी टीम ने एडीओ पंचायत प्रेमनाथ चौबे की मौजूदगी में तेंदूपत्ता श्रमिकों को खुले में शौच से रोक दिया गया।श्रमिकों को कहा गया कि वह डीएलएम से वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग करें अन्यथा उनको पत्ती तुड़ान नहीं करने दिया जाएगा।निगरानी टीम ने सुबह से ही श्रमिकों को खुले में शौच से रोका। श्रमिकों के साथ महिलाओं, बच्चों को भी खुले में शौच न करने की सलाह दी गई।उन्होंने बताया कि इससे गंदगी फैलती है और बीमारियां बढ़ती हैं।तेंदूपत्ता तुडान के लिए आए अधिकतर श्रमिक बभनी ब्लाक के चौना, बैना, सांगोबांध व कुछ श्रमिक झारखंड के थे।श्रमिकों के मुताबिक सुलभ शौचालय नहीं होने के कारण उनको शौच करने में असुविधा होगी इसलिए वे पत्ती तुडान नहीं कर पाएंगे।उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी जा रही है समय रहते कोई उपाय नहीं किया गया तो वह तुडान छोड़कर अपने घरों को लौट जाएंगे। इसके अलावा निगरानी टीम ने म्योरपुर रोड रेलवे स्टेशन पर भी रेल कर्मचारियों को खुले में शौच न करने की सलाह दी।ऐसा करने पर उन्होंने रेल कर्मचारियों की शिकायत करने की बात कही।निगरानी टीम के साथ ग्राम विकास अधिकारी हृदयनारायण सिंह, हरिप्रसाद चौहान, विजय कुमार, देव कुमार, चाँदतारा, बाबूराम प्रजापति समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे