Home > अवध क्षेत्र > पोषण वाटिका महाअभियान एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित

पोषण वाटिका महाअभियान एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित

संवाददाता सत्यपाल सिंह
सिधौली-सीतापुर। शिशुओं/बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों एवं अन्य महिला – पुरुषों में उचित पोषण ना मिलने के कारण हो रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए बच्चों, महिलाओं एवं किसानों को पोषक अनाजों एवं मानव स्वास्थ्य में उनके महत्व तथा वृक्षारोपण का कृषि एवं कृषि अर्थव्यवस्था पर प्रभाव के बारे में जागरूक करने के उददेश्य से पोषक अनाज वर्ष 2023 के परिप्रेक्ष्य में कृषि विज्ञान केंद्र अम्बरपुर, सीतापुर द्वारा पोषण वाटिका महाअभियान एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को उदघाटन समारोह का सजीव प्रसारण दिखाया गया तथा एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। प्रतिभागियों को पोषण वाटिका में रोपित करने हेतु उन्नतशील प्रजाति के अमरुद, कागजी नीबू के पौधे एवं इफको द्वारा प्रदत्त सब्जियों (सेम, गाजर, मूली, पालक एवं मेथी) के बीज की किट भी वितरित की गई। यह कार्यक्रम इफको के सहयोग से किया गया तथा इसमें बाल विकास पुष्टाहार विभाग की इंचार्ज, सुपरवाइजर एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों तथा महिला एवं पुरुष किसानों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ0 सुरेश सिंह ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला तथा अपने सम्बोधन में कहा कि आजकल आहार में आवश्यक पोषक तत्वों का सन्तुलन न होने के कारण लोगों को खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं बुजुर्गों को नाना प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अतः सभी लोगों को उचित पोषण की जानकारी अति आवश्यक है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ0 विनोद कुमार सिंह ने विभिन्न पोषक फसलों की प्रजातियों एवं उनमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों एवं उनका संतुलित आहार में योगदान पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। डॉ सिंह ने पोषण वाटिका का निर्माण, उगाए जाने वाली सब्जियों, फलों, एवं अन्य फसलों की उत्पादन तकनीक, पोषण वाटिका का मानव स्वास्थ्य में योगदान, विभिन्न पोषक तत्वों का मानव स्वास्थ्य मे महत्व, वृक्षारोपण का कृषि एवं कृषि अर्थव्यवस्था मै योगदान पर विस्तृत जानकारी प्रदान किया। इस कार्यक्रम मे इफको के मुख्य क्षेत्र प्रबंधक सीतापुर डॉ0 विनय मोहन ने अपने सम्वोधन में कहा कि सभी लोगों को गोष्ठी में बताई जाने वाली बातों को ध्यानपूर्वक सुनकर स्वयं भी अपनाना चाहिए तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों में प्रचारित करना चाहिए जिससे अधिक लोगों को लाभ प्राप्त हो तथा कुपोषण, एनीमिया एवं पोषण तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों का सामना न करना पड़े। केन्द्र की गृह वैज्ञानिक ऋचा सिंह ने न्यूट्री गार्डेन: पोषण गृह वाटिका/ छत पर बागवानी एवं संतुलित पोषण के लिए पोषण थाली के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की तथा उचित पोषण में पोषक तत्वों का महत्व, संतुलित आहार का आयोजन, एनीमिया व विटामिन्स की कमी से होने वाले रोगों एवं उनके निदान पर प्रकाश डाला एवं लोगों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। केन्द्र के वैज्ञानिक अमरनाथ सिंह, डॉ0 उमेश कुमार सिंह, अजय त्रिपाठी ने भी अपने वक्तव्य दिया। सुपरवाइजर मीना तिवारी ने बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित पोषण अभियान के बारे में जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के परिसर में पौध रोपण भी किया गया तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण गृह वाटिका की प्रर्दशन इकाई तैयार करने के लिए अमरूद एवं नीबू के पौध एवं इफको द्वारा प्रदत्त पालक, गाजर, मूली, धनिया एवं मेथी के बीज की किट भी प्रदान की गई। अन्य महिला एवं पुरूष किसानों को भी पौध एवं बीज की किट वितरित की गई। इस अवसर पर प्रभारी बाल विकास परियोजना अधिकारी, सिधौली रीता मौर्या, सुपरवाइजर शैलेन्द्र एवं जयमाला इफको सिधौली के प्रभारी प्रभात, उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *