सीतापुर। कारगिल युद्ध अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले परमवीर चक्र विजेता शहीद कैप्टन मनोज पांडेय का नाम हमेशा अमर रहेगा। करगिल युद्ध के दौरान रणभूमि में तिरंगा फहराकर मौत को गले लगाने वाले कैप्टन मनोज पांडेय सीतापुर जनपद की तहसील सिधौली के रुढ़ा गांव के रहने वाले थे। शुक्रवार को आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शहीद कैप्टन मनोज पांडेय की जन्मस्थली रूढ़ा गांव में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।इस मौके पर शहीद कैप्टन मनोज पांडेय के परिजनों सहित बड़ी संख्या में स्थानीय के लोग मौजूद रहे।शहीद के माता-पिता को आर्मी चीफ ने किया सम्मानित शुक्रवार सुबह करीब 9:40 बजे सेना के हेलीकाप्टर से थल सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे कमलापुर मिल परिसर में बने हेलीपैड पर उतरे। वो हेलीपैड से सैन्य वाहन से 9:52 पर स्मृति स्थल पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने कैप्टन के परिजनों व सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मूर्ति का अनावरण कर उन्हें श्रृद्धांजलि दी। स्मृति स्थल पर छह मिनट रुकने के बाद वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। जहां आर्मी चीफ ने कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपीचंद पांडेय और माता मोहिनी पांडेय से मुलाकत की और उन्हें स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया।इसके साथ ही सेनाध्यक्ष रिटायर्ड फौजियों से मिलकर उनका हाल चाल लिया। सेनाध्यक्ष ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय रूढ़ा की प्रधानाचार्य अर्चना दीक्षित को भी एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया.।
Home > अवध क्षेत्र > परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पांडेय के गांव रुढ़ा में कैप्टन की प्रतिमा का अनावरण किया गया। थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे ने शहीद कैप्टन के गांव पहुंच उनकी प्रतिमा का किया अनावरण