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बेटियों को ना समझे श्राप –प्रेमलता

बेटियां हमेशा समाज का स्तंभ– ज्ञानेश पाल धनगर
सीतापुर। सीतापुर / सिधौली विकास खंड के श्री रामगोपाल जूनियर हाईस्कूल अलाईपुर मनीपुर में बृहस्पतिवार को हमराह एक्स कैडेट एनसीसी सेवा संस्थान के तत्वधान में नारी सशक्तिकरण को मजबूती प्रदान करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व संस्थान के सचिव ज्ञानेश पाल धनगर ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सचिव ज्ञानेश पाल धनगर ने कहा कि लड़कियां हमेशा समाज का स्तंम्भ होती हैं। एक लड़की हमेशा समाज के लिए आशीर्वाद और इस संसार में निरंतरता का कारण रही है। बेटियों को कभी श्राप नहीं समझना चाहिए यदि हम बेटियों की देखभाल नहीं करेंगे उन्हें शिक्षित नहीं करेंगे तो हमें भविष्य में सुशिक्षित मां ,बहन और बेटियां नहीं मिलेंगी और इसके बिना किसी समाज की कल्पना नहीं की जा सकती समाज में जागरूकता के अभाव में आज भी बेटियों को अपने दहलीज के अंदर रखने का काम किया जा रहा है। आज बेटियां देश के सभी क्षेत्रों में सर्वोच्च पदों पर आसीन होकर अपना नाम रोशन कर रही हैं. इससे लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है लेकिन आज भी ग्रामीण क्षेत्र में बेटियां अबला समझकर पढ़ने के लिए बाहर नहीं भेजी जाती उनकी पढ़ाई सिर्फ गांव तक सिमट कर रह जाती है वही कार्यक्रम सहसंयोजक प्रेमलता यादव जी ने महिला सुरक्षा को लेकर कहा कि सरकार ने इस पर काफी प्रयास शुरू किया है महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए परिपक किया जा रहा है पुलिस टीम भी सुरक्षा में लगी है स्कूल और कॉलेज में आने वाली छात्रों की सुरक्षा को लेकर महिला मोबाइल टीम भी नजर रखती है इसके अलावा महिला हेल्पलाइन 1090 भी काफी रचनात्मक है किसी भी समय महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए फोन कर सकते हैं इस हेल्पलाइन में लोगों को काफी लाभ मिल रहा है जिससे उन बेटियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है समाज के लोग बेटियों के पढ़ाई पर ध्यान न देकर सिर्फ लड़कों पर ध्यान देते हैं लड़कों उच्च शिक्षा के लिए देश के दूसरे राज्यों में भेजा जाता है लेकिन उसके उलट बेटियों को कम ही पढ़ाया जाता है। विद्यालय की प्रधानाचार्य सुश्री शैल कुमारी यादव जी ने कहा समाज में बेटियों के प्रति रूढ़िवादिता आज भी व्याप्त है जबकि आज बेटियां आईएएस आईपीएस डॉक्टर इंजीनियर सहित अन्य पदों पर आसीन होकर देश की सेवा कर रहे हैं। आज भी लड़कियां बहुत सी हिंसा का शिकार हैं जबकि जब उन्होंने अपने आप को इस आधुनिक युग में जीने के लिए ढाल लिया है। हमें समाज के पुरुष प्रधान प्रकृति को हटाते हुए बेटी बचाओ अभियान में सक्रियता से भाग लेना चाहिए कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों बेटीयों को उच्च शिक्षा प्रदान करने का संकल्प लिया इस अवसर पर सहायक अध्यापक मनीषा गौड़, हर्षिता, सोनम, कपूर मोहम्मद कलीम, प्रेमलता यादव , ज्ञानेश पाल धनगर,अहमद, कोशिकी , रागिनी, लक्ष्मी देवी, अंश यादव,आकाश ,अमित , आदि उपस्थित रहे

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