अम्बिकानन्द त्रिपाठी
अयोध्या | शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का आगामी 24 नवम्बर को अयोध्या में पहली बार आगमन हो रहा है। जो यहां रामलला का दर्शन, संत-महंतों से भेंट मुलाकात व उनका स्वागत-सम्मान करेंगे। इसके अलावा श्री ठाकरे सरयू आरती में भी भाग लेंगे। इस सम्बंध में शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने लक्ष्मणकिला मन्दिर गोलाघाट पर मंगलवार को आयोजित प्रेसवार्ता में कहाकि रामनगरी में शिवसेना प्रमुख का प्रस्तावित दौरा 24 नवम्बर को है। फिर भी यहां यह देखा जा रहा है कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं की उद्धव ठाकरे नही आ रहे है। लेकिन मैं आप सबको यह बताना चाहता हूं। शिवसेना प्रमुख अयोध्यानगरी में आ रहे हैं। सिर्फ उनके कार्यक्रम में कुछ बदलाव किया है। जो अब 25 नवम्बर के बजाय 24 नवम्बर कर दिया गया है, जिसके क्रम में 24 को फैजाबाद हवाई पट्टी पर उनका दोपहार 2 बजे आगमन होगा और यहीं पर स्वागत किया जायेगा। इसके बाद दोपहार 3 बजे श्री ठाकरे हवाई पट्टी से सीधे कार्यक्रम स्थल लक्ष्मण किला मन्दिर गोलघाट पर परिवार व कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचेंगे। जहां वह पूज्य संत-महंतों का पूजन-अर्चन कर उनका आशीर्वाद लेंगे। इस समारोह में उद्धव ठाकरे मुख्य यजमान के रूप में मौजूद रहेंगे। शाम 5.15 बजे शिवसेना प्रमुख सहस्रधारा घाट नयाघाट पर सरयू आरती में भाग भी लेंगे। श्री राउत ने बताया कि 25 नवम्बर रविवार को उद्धव ठाकरे सुबह 9 बजे रामलला का दर्शन करेंगे, जिसमें बहुत गिने-चुने व्यक्ति ही उनके साथ मौजूद रहेंगे। तत्पश्चात दोपहार 12 बजे प्रेसवार्ता और 1 बजे जनसंवाद करेंगे। इसके बाद दोपहार 3 बजे वह फैजाबाद हवाई पट्टी से सीधे मुम्बई के लिए प्रस्थान कर जायेंगे। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहाकि यह कोई राजनीतिक आयोजन नही है। सभी लोगों ने मिलकर यह आयोजन रखा है, जिसमें संत-महंतों से उद्धव ठाकरे को आशीर्वाद मिले। हमने मंच पर अयोध्यानगरी के सभी संत-महंतों को आमंत्रित किया है और उन सबने हामी भी भर दी है कि वह जरूर आयेंगे। इसके अलावा विहिप नेताओं समेत भाजपा के सांसद, विधायक व महापौर से भी मैं सोमवार की रात्रि कारसेवकपुरम में मिला। उन लोगों को भी कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए निमंत्रण दिया है। सभी की स्थिति सकारात्मक है सब कार्यक्रम में आना चाहते हैं। उन्होंने कहाकि शिवसेना सुप्रीमों स्व.बाला साहेब ठाकरे ने राममन्दिर के लिए बहुत कुछ किया। उन्हीं के मार्गदर्शन में शिवसैनिकों ने बाबरी ढांचे को गिराया। बाला साहेब का सपना था कि रामजन्मभूमि पर भव्य मन्दिर बने। उसी काम को अब उद्धव ठाकरे आगे बढ़ा रहे हैं। वह चाहते हैं जल्द से जल्द राममन्दिर का निर्माण हो। संजय राउत ने कहाकि हम सत्ता का फल रामजी की कृपा से ही खा रहे हैं। राममन्दिर बनना चाहिए। इसके लिए केन्द्र सरकार संसद में प्रस्ताव लाए, जिसका शिवसेना पूरे जोर-शोर के साथ समर्थन करेगी। 24 नवम्बर को पूरे देश से यहां लाखों शिवसैनिकों के आने की सम्भावना है, जिनसे शिवसेना प्रमुख संवाद करेंगे। उन्होंने कहाकि उद्धव ठाकरे का कार्यक्रम हमने प्रशासन से मिलकर पूरी तरह से बना लिया है। इसमें अब कोई बदलाव नही होगा। शिवसेना प्रमुख पहली बार अयोध्या आ रहे हैं। वह राममन्दिर के पक्षकारों से भी बातचीत करेंगे। एक सवाल के जवाब में श्री राउत ने कहा कि 25 सालों से राममन्दिर नही बना। इसके प्रति उद्धव ठाकरे की सरकार के प्रति नाराजगी है। राममन्दिर का मसला न्यायालय से नही, अध्यादेश लाने से सुलझेगा। देश में हिन्दुत्ववादी सरकार है। हम पूरी तरह से उस पर दबाव बनायेंगे। यह घर की बात है। उन्होंने कहाकि श्री श्री रविशंकर बहुत बड़े आदमी हैं। हम उनका सम्मान करते है। मन्दिर के लिए उनके द्वारा किए जा रहे सुलह समझौते के प्रयास पर मैं कुछ नही बोलूंगा। कांग्रेस पार्टी के भी बहुत से सांसद ऐसे जो चाहते हैं कि रामजन्मभूमि पर मन्दिर का निर्माण जल्द हो। उन्होंने कहा कि आप देखिएगा जब आने वाले समय में 400 सौ से ज्यादा सांसद एेसे हैं जो राममन्दिर निर्माण के लिए सहयोग करेंगे। प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से लक्ष्मण किलाधीश महन्त मैथिलीरमण शरण, श्रीरामाश्रम के उत्तराधिकारी महन्त जयराम दास, समाज सेवी अमरनाथ मिश्रा, शिवसेना उत्तर प्रदेश प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह, प्रदेश महासचिव अभय द्विवेदी समेत शिवसेना के कई सांसद व विधायक उपस्थित रहे।