आतंक और अत्याचार का किया था दमन
अमेठी | पूर्वांचल महोत्सव आयोजन समिति के तत्वाधान में भगवान परशुराम के जन्म दिवस की पूर्व संध्या पर पहाड़गंज में सम्मान समारोह और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ,जिसमे स्वामी अभयचैतन्य मौनी महाराज मुख्य अतिथि व आशीष शुक्ल विशिष्ट अतिथि रहे ,कार्यक्रम की अध्यक्छ्ता पंडित ओम महराज ने किया ,कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा भगवती सरस्वती व भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ ,इसके बाद कार्यक्रम के संयोजक डॉ कृष्ण चंद्र शुक्ल ने अतिथियों को स्वागत किया और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ,इनमे मौनी स्वामी ,आशीष शुक्ल ,ओकार नाथ शुक्ल ,ओम महाराज ,डॉ अवधेश शुक्ल ,वेद प्रकाश तिवारी ,डॉ अवधेश बेलौरा ,धर्मेन्द्र नाथ शुक्ल,सतीश मिश्र ,राजीव शुक्ल ,प्रेम द्विवेदी ,जितेंद्र श्रीवास्तव ,विजय मिश्र ,उदय भान,पप्पू पांडेय ,अखिलेश ,अलोक रंजन ,योगेंद्र ,सुधीर रंजन ,राजेंद्र शुक्ल आदि रहे ,अपने सम्बोधन में मौनी स्वामी ने कहा की भगवान परशुराम ने देश में शांति के लिए दुष्टो का संघार किया था ,कोई देवी देवता या भगवान किसी के बिरोधी नही होते ,राम ही परशुराम कहलाये ,उन्होंने इस पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला ,आशीष शुक्ल ने कहा कि ब्राह्मणो को एकता के सूत्र में बंधकर देश और समाज के उत्थान में आगे आना चाहिए ,भगवान परशुराम के आदर्शो का हमे पालन करना चाहिए ,कार्यक्रम का संचालन संजय पांडेय ने किया