साक्षर द्वारा एक निरक्षर को साक्षर बनाने के संकल्प पर दिया गया बल
कानपुर नगर | कानपुर विधा मंदिर महाविधाल के केंद्रीय पुस्ताकल द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर इन्फोर्मेशन लिटेसी कार्यक्रम आन सोशल मीडिया टूल्स में मुख्य अतिथि शिक्षाशास्त्र की पूर्व प्रो0 डा0 सरस्वती अग्रवाल ने कहा हमारी देश में निरक्षता की स्थित गंभीर है यदि एक साक्षर स्वयं एक निरक्षर को साक्षर बनाने का संकल्प ले तो हमारी साक्षरता दर 148 प्रतिशत हो सकती है। उन्होने कहा इन्र्फोमेशन कम्यूनिकेशन टेक्नोलोजी युग में साक्षर होना पर्याप्त नही है, हमें आधुनिक तकनीक से उधतन भी रहना पडेा तभी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है। कार्य्रम अध्यक्षा प्राचार्या डा0 मृदुला शुक्ला ने कहा साक्षरता मानव की प्रगति और विकास का मूल मंत्र है। शिक्षा एक वरदान है तो निरक्षरता एक अभिशाप। सरकार के अथक प्रयासों से आज समाज हर व्यक्ति को शिक्षित करने के लक्ष्य की ओर बढ रहा है। पुस्तालयाक्ष्यक्षा डा0 कुसुमलता मलिक ने छात्राओं को सोशल मीडिया टूल्स के बिना जीवन अकल्पनीय है, इसके उपयोग व दुरूपयोग दोनो है पर बताया तथा कहा इसलिए निजता प्राइवेसी, अवांछित हस्तक्षेत्र व साइबर बुलिंग आदि से छात्रायें स्वयं को कैसे बचो ये जानना बेहद जरूरी है। कार्यक्रम में सुमन शर्मा, डा0 निशा पाठक, डा0 अनुपमा कुमार, डा0 आंचल, डा0 कविता सिन्हा, डा0 शोभा, डा0 जसमीत व डा0 अर्तुला उपस्थित रही। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।