हरिओम गुप्ता
कानपुर नगर | महाराजपुर क्षेत्र के नजफगढ गांव में गंगा के किनारे स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर के पास चल रही खुदाई के दौरान वहां काम कर रहे मजदूरों को आभूषणें से भरा एक घडा मिला। आभूषणो के आपसी विवाद ने मामले की जानकारी पुलिस को हुई, पुलिस ने आभूषणो को अपने कब्जे में ले लिया।
कानपुर ही नही पतित पावनी गंगा के किनारे हर जगह पर बडे-बडे मंदिर व आश्रम बने हुए है, इसी प्रकार महाराजपुर के नजफगढ घाट पर गंगा किनारे एक प्रचीन मंदिर को बीते कई दिनो से लालबंगला के रहने वाले एक शख्स करा रहे थे। जमीन की खुदाई के द्वारा काम कर रहे मजदूरो में हरि प्रसाद, धर्मेन्द्र, नरेश, दशरथ को मेटअी में दबा घडा दिखाई दिया। जब उन्होेने देखा तो उसमें जेवरात रखे थे। चारो मजदूर घडे को लेकर अपने घर चले आये और जेवरो का बटवारा करने लगे। बटवारे को लेकर मजदूरो में हुए आपसी विवादे के बाद हरि प्रसाद ने पुलिस को सूचना दे दी। रात में मौके पर पहुंची पुलिस ने आभूषण अपने कब्जे में ले लिया वहीं महाराजपुर थाना इंचार्ज समर बहादु यादवे बताया कि आभूषणों की जांच कराई जा रही है।
पुलिस पर जेवर की तौल कम बताने का ग्रामीणो ने लगाया आरोप
महाराजपुर इस्पेक्टर ने बताया कि आभूषणो को जांच के लिए ज्वैलर्स को दिया गया है और उच्चाधिकारियों को भी सूचना दे दी गयी है लेकिन लोगों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर जेवरातों को जांच के लिए तबतक नही देना चाहिये जब तक बडे अधिकारी मौजूद न हो तो वहीं ग्रामीणो का यह भी कहना है कि पुलिस द्वारा जेवरो के वनज में खेल किया जा रहा है, पुलिस आभूषणो का कम वनज बता रही है और ढाई से तीन सौ ग्राम का ही बता रही है जबकि लोग मिले आभूषणो को एक से दो किलो के बीच का बता रहे है।