लखीमपुर खीरी। अपराध छोटा या बड़ा नहीं होता, अपराध हर सूरत में अपराध होता है। अपराध पर अंकुश लगाकर शासन व सरकार की मंशा को पूरा करना अधिकारियों का कर्तव्य होता है। जनता, मीडिया व अधीनस्थों के सहयोग से इस मिशन को अधिकारी सफल बनाते है। बीते दिन जनपद लखीमपुर खीरी के पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार का ट्रांसफर सेनानायक पीएसी मुरादाबाद में हो गया उनकी जगह पर जनपद लखीमपुर खीरी के नए पुलिस अधीक्षक के रूप में विजय ढुल को भेजा गया।
लखीमपुर खीरी के नवागत एसपी विजय ढुल 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इससे पूर्व वह पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर थे। उत्तरप्रदेश के सबसे बड़े जनपद लखीमपुर खीरी की कमान विजय ढुल को मिली है। आईपीएस विजय ढुल की गिनती तेजतर्रार एवम अत्यंत कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों में की जाती है, जनपद वाशियों को उनसे उम्मीद ही नही बल्कि पूरा विश्वास है कि जनपद की कमान संभालते ही अपराधों का ग्राफ घटेगा व पीड़ितों को न्याय मिलेगा। बताते चलें कि नवागत एसपी विजय ढुल मूल रूप से हरियाणा के सोनीपत के गांव रासोई के मूल निवासी है व 2012 बेच के आईपीएस अधिकारी है। विजय ढुल के जनपद लखीमपुर खीरी का कार्यभार संभालने पर जनपद में क्राइम कंट्रोल में क्या कुछ देखने को मिलेगा ये अभी समय के गर्भ में है।
वर्ष 2019 चीन में जीता मेडल।
आईपीएस अधिकारी विजय ढुल यूपी पुलिस की ओर से डिस्कस थ्रो में चीन गये थे। यहां उन्होंने 18वें वर्ल्ड पुलिस गेम्स में डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक जीता था। विजय ढुल 2012 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस चुने गए थे। विजय नोएडा, मेरठ और बस्ती और राजधानी लखनऊ में तैनात रह चुके हैं। वर्तमान वह सिद्धार्थनगर के एसपी के पद पर तैनात थे। मीडिया को दिए इंटरव्यू में विजय ढुल के चाचा रणबीर सिंह ने बताया था कि विजय की शुरुआती पढ़ाई गांव के ही मोतीलाल नेहरू खेलकूद विद्यालय में हुई थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की। यहां से वह मर्चेंट नेवी में सिलेक्शन हो गया। इस दौरान पढ़ाई जारी रखते हुए विजय ढुल ने 2012 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस चुने गए। लखीमपुर खीरी के नए एसपी की शिक्षा। विजय ढुल ने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। बचपन से ही पढ़ाई में होनहार रहे विजय का ग्रेजुशन के बाद ही मर्चेंट नेवी में सिलेक्शन हो गया, लेकिन पढ़ाई लगातार जारी रखी। मर्चेंट नेवी में नौकरी के साथ विजय रोज समय निकाल कर पढ़ाई करते रहते थे। नौकरी करते हुए उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी, जिसे पास कर वह यूपी कैडर के आईपीएस बन गए। बता दें, विजय ढुल ने 2012 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। आईपीएस की शुरूआती पढ़ाई गांव के ही मोतीलाल नेहरू खेलकूद विद्यालय में हुई है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से स्नातक की शिक्षा ग्रहण की। यहां से वह मर्चेंट नेवी में गये। इस दौरान पढ़ाई जारी रखते हुए विजय ढुल ने 2012 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस चुने गए।