लखीमपुर। जनपद में 26 अप्रैल से 11 मई तक राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा | यह जानकारी राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अश्विनी कुमार ने दी | उन्होंने बताया- इस अभियान के तहत लगभग 47 लाख की जनसँख्या को कवर किया जायेगा | इस अभियान को लेकर जिले में लगभग सभी तैयारियां अंतिम चरण में हैं | मार्च की 15 तारीख़ को इससे सम्बंधित पहली टास्क फ़ोर्स की बैठक जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हो चुकी है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग सहित शिक्षा विभाग, पंचायती राज, समाज कल्याण, आईसीडीएस, नगर विकास एवं सूचना विभाग के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया था | इन विभागों के समन्वय से ही यह अभियान चलाया जा रहा है | 17 मार्च को जिला स्तरीय अधिकारियों का प्रशिक्षण भी आयोजित किया गया था |
तीन अप्रैल को ब्लाक स्तरीय अधिकारियों तथा पांच अप्रैल को दवा प्रदाताओं का प्रशिक्षण आयोजित हो चुका है | वर्तमान में नगरीय एवं सभी ग्रामीण 75 फीसद दवा प्रदाताओं आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण हो चुका है | इसके आलावा जिला स्तरीय रैपिड रेस्पांस टीम को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है |साथ ही राज्य से दवा सहित सभी आवश्यक सामग्री जिले को प्राप्त हो चुकी हैं |
इस अभियान में विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित स्वयंसेवी संस्था पाथ और प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) भी स्वास्थ्य विभाग का सहयोग कर रही हैं | पाथ संस्था इस कार्यक्रम की रीजनल स्तरीय निगरानी कर रही है |
इस अभियान में गर्भवती व गंभीर रोग से ग्रसित व्यक्तियों और दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को दवा का सेवन नहीं कराना है | जिन व्यक्तियों में फाइलेरिया के कीटाणु रहते हैं, उन्हें दवा के सेवन के बाद चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी आना, हल्का बुखार आना आदि समस्याएँ हो सकती हैं लेकिन इससे घबराना नहीं चाहिए | हर व्यक्ति को साल में एक बार इस दवा का सेवन अवश्य करना चाहिए | लगातार पांच वर्षों तक तक इस दवा का सेवन करने से जीवन भर फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है |
डॉ. अश्विनी कुमार ने कहा- अभियान में मीडिया का सहयोग भी अपेक्षित है | फाइलेरिया की दवा का सेवन करने के लिए लोगों को जागरूक करने में वह महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं | सभी गतिविधियां कोरोना से बचाव के प्रोटोकाल का पालन करते हुए की जायेंगी |
डा. नरोत्तम ने कहा – मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन एमडीए/आईडीए के तहत इस अभियान को चलाया जा रहा है | जागरूकता की कमी के कारण ही लोग दवा का सेवन नहीं करते हैं | हम सभी को यह सुनिश्चित करना है कि लोग दवा का सेवन करें | इस सम्बन्ध में लोगों में जो भी भ्रांतियां हैं, उन्हें हम सभी दूर करें |