अपनी भाषा को लेकर चर्चा में आए दरोगा कनौजिया
सीतापुर (यूएनएस)। पुलिसिया कार्यशैली पर दिन पर दिन जहां सुधार करने की कवायद उत्तर प्रदेश सरकार की चल रही है और वही तेजतर्रार कप्तान एलआर कुमार के दिशा निर्देश जो कि जनपद सीतापुर में फेमस होते जा रहे हैं कि अपनी कढ़ाई और सख्ती के चलते वह चर्चा में आते जा रहे हैं और कोताही बरतने वाले पर उनका सख्त रवैया है यह सभी को जगजाहिर है लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस कप्तान के दिशा निर्देशों पर विभाग के ही कुछ अफसर पानी फेर रहे हैं बताते हैं कि सत्यम नगर कॉलोनी का मामला सामने आ रहा है वायरल मैसेज मैं यह बताया गया है कि किस तरीके से दरोगा जी बात कर रहे हैं दरोगा जी का नाम है चैकी प्रभारी नवीन चैक मोहित कनौजिया और उनकी बातचीत करने का तरीका कुछ अलग ही बयां कर रहा है एक तरीके से ऐसा लग रहा है मानो कि वह पीड़ित को धमका रहे हो बताते हैं कि यहां पर मामला एक विवादित है जो कई महीनों से चल रहा है उस पर दरोगा जी ने पहले सिपाहियों को भेजा जो जाकर के गाली गलौज करने लगे ऐसा मोबाइल रिकॉर्डिंग में शिकायत करते हुए पीड़ित ने दरोगा मोहित कनौजिया को बताया तो साहब भड़क गए कहते हैं अब मुकदमा दर्ज होगा जिससे इस तरीके का रवैया कैसा है यह पुलिस विभाग की कार्यशैली को बयां कर रहा है जबकि अधिकारियों को इस तरीके से बात करना एक अशोभनीय तरीका माना जाता है लेकिन उसके बावजूद भी उग्र भाषा का प्रयोग लग रहा है कि दरोगाजी मानो गुस्से में हो मामला जो भी हो लेकिन दस्तावेज जो वायरल मैसेज के साथ दिए गए जिसमें अवर अभियंता विनिमत क्षेत्र पीपी पांडेय व लेखपाल कमलेश के हस्ताक्षर भी हैं और रिपोर्ट में जो उच्च अधिकारियों को भेजा गया है वह स्पष्ट हो रहा है कि जो कार्य चल रहा है वह सही है क्योंकि रिपोर्ट में यह साफ कहा गया है की बैनामा के अनुसार पूर्वी भुजा पैमाइश के मुताबिक है उसके बावजूद भी मौके पर सिपाहियों को भेजकर गाली गलौज करना कहां तक उचित है यह कहा नहीं जा सकता और सारे प्रमाणित दस्तावेज होने के बावजूद भी इस तरीके का पुलिस विभाग के एक अफसर का रवैया मुकदमा दर्ज करेंगे जैसा वाक्य सही नहीं और यह एक महकमे के अफसर को शोभा नहीं देता है और विभाग के निर्देशों के खिलाफ जा रहा है जिससे कि पुलिस अधीक्षक सीतापुर की साख पर धब्बा जैसा मालूम पड़ रहा है क्योंकि काफी तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक एलआर कुमार की काफी चर्चाएं आए दिन होती रहती हैं उसके बावजूद महकमे में इस तरीके के अफसर साख बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं अब इस पर पुलिस अधीक्षक कोई कार्यवाही करेंगे यह तो आगे आने वाला समय तय करेगा लेकिन महकमे के अफसर का यह रवैया चर्चा में आ गया है तो विभाग को भी कार्यवाही करनी ही चाहिए।